महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना के गठबंधन सरकार की तस्वीर बदलने के असार
Oct 12, 2015, 18:30 IST
मुंबई: खुर्शीद महमूद कसूरी की किताब जल्द ही महाराष्ट्र में सत्तारूढ भाजपा-शिवसेना के गठबंधन वाली सरकार की तस्वीर बदल सकती है। राजनीतिक गलियारों में कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कई मुद्दों पर नाराज चल रहे उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी शिवसेना को भगवा गठबंधन से अलग होने के लिए कह सकते हैं। शिव सेना सूत्रों का कहना है कि उद्धव जल्द ही बडा निर्णय ले सकते है। दोनों पार्टियों के बीच सोमवार को पाकिस्तान के पूर्व फॉरेन मिनिस्टर खुर्शीद अहमद कसूरी की किताब की रिलीज को लेकर विवाद हुआ था।
इस किताब को रिलीज करने में हेल्प कर रहे बीजेपी के पूर्व सदस्य सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर शिवसैनिकों ने स्याही पोत दी थी। सीएम फडणवीस ने इस हरकत पर शिवसेना को कडी फटकार लगाई थी। एक अंग्रेजी अखबार ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा है कि उद्धव ठाकरे जल्द ही शिवसेना कोटे से सभी मंत्रियों को फडणवीस सरकार से इस्तीफा देने को कह सकते हैं। बताया जाता है कि शिवसेना ने इसका फैसला सोमवार की घटना के बाद किया। शिवसेना के कुछ नेताओं का मानना है कि पार्टी को अब बीजेपी का व्यवहार देखते हुए अब सरकार में नहीं रहना चाहिए। शिवसेना के एक नेता ने कहा कि पाकिस्तान पर बीजेपी की नीति अब कांग्रेस जैसी हो गई है। अखबार ने शिवसेना नेताओं के हवाले से कहा है कि शिवसेना की सबसे बडी टेंशन महाराष्ट्र में बीजेपी की बढती लोकप्रियता को लेकर है।
पार्टी के नेताओं का मानना है कि बीजेपी की कामयाबी की शिवसेना को बडी कीमत चुकानी पड सकती है। शिवसेना को इस बात पर भी ऎतराज है कि फडणवीस ने कसूरी की किताब रिलीज वाले फंक्शन में सिक्युरिटी प्रोवाइड क्यों कराई। महाराष्ट्र के कुछ शहरों में होने वाले निगम चुनावों में भी शिवसेना अकेले ही चुनाव लडने जा रही है। हाल ही में जब पीएम मोदी महाराष्ट्र के दौरे पर आए थे तो भी शिवसेना के किसी नेता ने उनसे मुलाकात नहीं की थी। बीजेपी इस बात से खफा है।
इस किताब को रिलीज करने में हेल्प कर रहे बीजेपी के पूर्व सदस्य सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर शिवसैनिकों ने स्याही पोत दी थी। सीएम फडणवीस ने इस हरकत पर शिवसेना को कडी फटकार लगाई थी। एक अंग्रेजी अखबार ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा है कि उद्धव ठाकरे जल्द ही शिवसेना कोटे से सभी मंत्रियों को फडणवीस सरकार से इस्तीफा देने को कह सकते हैं। बताया जाता है कि शिवसेना ने इसका फैसला सोमवार की घटना के बाद किया। शिवसेना के कुछ नेताओं का मानना है कि पार्टी को अब बीजेपी का व्यवहार देखते हुए अब सरकार में नहीं रहना चाहिए। शिवसेना के एक नेता ने कहा कि पाकिस्तान पर बीजेपी की नीति अब कांग्रेस जैसी हो गई है। अखबार ने शिवसेना नेताओं के हवाले से कहा है कि शिवसेना की सबसे बडी टेंशन महाराष्ट्र में बीजेपी की बढती लोकप्रियता को लेकर है।
पार्टी के नेताओं का मानना है कि बीजेपी की कामयाबी की शिवसेना को बडी कीमत चुकानी पड सकती है। शिवसेना को इस बात पर भी ऎतराज है कि फडणवीस ने कसूरी की किताब रिलीज वाले फंक्शन में सिक्युरिटी प्रोवाइड क्यों कराई। महाराष्ट्र के कुछ शहरों में होने वाले निगम चुनावों में भी शिवसेना अकेले ही चुनाव लडने जा रही है। हाल ही में जब पीएम मोदी महाराष्ट्र के दौरे पर आए थे तो भी शिवसेना के किसी नेता ने उनसे मुलाकात नहीं की थी। बीजेपी इस बात से खफा है।