पंजाब: धार्मिक ग्रंथ फाडने पर हिंसा दो की मौत,15 घायल

पंजाब: धार्मिक ग्रंथ फाडने पर हिंसा दो की मौत,15 घायल
चंडीगढ---पंजाब के फरीदकोट जिले में धार्मिक ग्रंथ फाडने पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले सहित आसपास के इलाकों में बुधवार को दूसरे दिन भी तनाव बना हुआ है। बुधवार को करीब के जिले मोगा के बुट्टर कलां गांव में प्रदर्शन कर रहे लोगों को काबू करने के लिए पुलिस को वॉटर कैनन और लाठीचार्ज का इस्तेमाल करना पडा। वहीं, आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आने-जाने वाले वाहनों की शीशे तोड दिए। इतना ही नहीं, हालात पर काबू पाने पहुंची पुलिस की गाडियों पर भी पथराव कर दिया। भीड को काबू करने के लिए पुलिस को कई राउंड हवाई फायरिंग करनी पडी। इस हिंसा में घायल दो लोगों की मौत हो गई। वहीं, आठ पुलिसकर्मियों सहित 15 लोग घायल हो गए। घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने एक बयान में कहा कि किसी को भी राज्य में शांति और सांप्रदायिक सदभाव बिगाडने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

500 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में

फिरोजपुर रेंज के उप महा निरीक्षक अमर सिंह चहल ने बताया कि पुलिस को उन हालात में हलका बल प्रयोग करना पडा, जब पुलिस अधिकारियों और सिख संगठनों के नेताओं के बीच बातचीत के सारे रास्ते बंद हो गए। पुलिस ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए 500 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।

ये है मामला

फरीदकोट के बरगाडी गांव में मंगलवार को धर्मग्रंथ के फटे हुए पन्ने मिलने के बाद इलाके में तनाव फैल गया था। पुलिस ने आनन-फानन में कुछ पन्ने बरामद किए, लेकिन लोग विरोध-प्रदर्शन पर उतर आए। सबसे ज्यादा खराब हालात बुट्टर कलां में हो गए, जहां लोगों ने मोगा-बरनाला रोड जाम कर दिया। पुलिस ने लाठीचार्ज और हवाई फायर किए, लेकिन प्रदर्शनकारी काबू में नहीं आए। एसपी और अन्य पुलिसवालों ने भागकर किसी तरह जान बचाई।

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