रेल नीर घोटाला:7 फर्मो के खिलाफ केस दर्ज

रेल नीर घोटाला:7 फर्मो के खिलाफ केस दर्ज
नई दिल्ली: शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में रेल नीर की जगह सस्ते पानी की आपूर्ति करने के मामले में रेल मंत्री सुरेश प्रभु कडी कार्रवाई करते हुए दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। रेल मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है। रेल मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि सीबीआई ने जिन अधिकारियों के शुक्रवार रात रेड डाली थी, उन अधिकारियों के सस्पेंड कर दिया गया है। आपको बता दें कि शुक्रवार रात सीबाआई ने इस रोल नीर स्कैम का खुलासा किया था। जिसमें फर्मो के ठिकानों पर छापे के दौरान सीबीआइ ने 20 करोड रूपये नकद बरामद किए थे। आरोप है कि अधिकारियों की मिलीभगत से शताब्दी और राजधानी समेत प्रीमियम ट्रेनों में बोतलबंद पानी सप्लाई करने वाली ये फर्मे रेल नीर की जगह सस्ता पानी सप्लाई करते थे।

सात फर्मो के खिलाफ केस दर्ज

सीबीआई ने इस मामले में 7 निजी कंपनियों जिनमें आरके एसोसिएट्स, सत्यम कैटर्स, अंबुज होटल एंड रियल स्टेट सनसाइन प्राइवेट लिमिटेड, पीके एसोसिएट्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

20 करोड रूपए की नगदी भी बरामद

सीबीआई ने इस मामले में कार्यवाही करते हुए 13 ठीकानों पर छापेमारी भी की है। सीबीआई ने आरके एसोसिएट्स और वृंदावन फूड प्रोडक्ट्स के यहां से 20 करोड रूपए की नगदी भी बरामद की है। बताया जा रहा है कि रेलवे के बडे अधिकारी भी इस घोटाले में शामिल हैं।

कैसे हुआ मामला

उत्तरी रेलवे के कैटरिंग विभाग ने दिल्ली की सात फर्मो को ट्रेनों में बोतलबंद पानी सप्लाई करने का ठेका दिया था। लेकिन उनके लिए राजधानी, शताब्दी और अन्य प्रीमियम ट्रेनों में आइआरसीटीसी के रेल नीर ब्रांड का पानी सप्लाई करना अनिवार्य कर दिया गया था। रेल नीर इन्हें 10.50 रूपये प्रति बोतल के हिसाब के पानी सप्लाई करता था, जिसे वे ट्रेनों में 15 रूपये बेचते थे। लेकिन रेल नीर लेने के बजाय इन फर्मो ने पीडीडब्ल्यू नाम के ब्रांड का सस्ता पानी इन ट्रेनों में सप्लाई करना शुरू कर दिया। ये पानी बाजार में प्रति बोतल 5.70 से सात रूपये में मिलती है। इस तरह प्रति बोतल वे आठ रूपये से अधिक की कमाई कर रहे थे।

Share this story