पाक पर गरजे डोभाल कहा, उसी की भाषा में समझाएंगे

पाक पर गरजे डोभाल कहा, उसी की भाषा में समझाएंगे
नई दिल्ली: नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि वह भारत के खिलाफ छिपकर किए जाने वाले आतंकवाद को बढावा देने से बचे। वर्ना पाकिस्तान जो जुबान समझता है, उसी में हम उसे समझाएंगे। डोभाल के मुताबिक, पाकिस्तान को इस बात का एहसास नही है कि उसकी आर्थिक तरक्की और स्थायित्व के लिए ऎसा करना बेहद फायदेमंद और असरदार साबित हो सकता है।

डोभाल मंगलवार शाम इंटरनेशनल गुडविल सोसाइटी ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकतर साउथ एशियन देशों में सुरक्षा से जुडे खतरे आंतरिक वजहों से हैं। आतंकवाद पर बोलते हुए उन्होंने कहा, सिर्फ यही एक ऎसा खतरा है, जिसने एशिया के सभी देशों में पांव जमा लिया है। असल समस्या यह है कि इसकी पैदाइश कहां हुई है, यहां कहां पल-बढ़ रहा है। जहां यह सब कुछ हो रहा है, वो भी साउथ एशियाई क्षेत्र का मेंबर है। डोभाल का इशारा पाकिस्तान की ओर था।

डोभाल ने कहा, इस्लामिक टेररिज्म और जिहादी टेररिज्म सबसे कॉमन खतरा है। इससे बांग्लादेश, अफगानिस्तान, इंडिया, पाकिस्तान, श्रीलंका सभी प्रभावित हैं। यह एक ऎसी समस्या है, जिस पर हमें आपसी सहयोग की जरूरत है। हालांकि, अफगानिस्तान और पाकिस्तान इसके केंद्र बनते जा रहे हैं। पाकिस्तान इस समस्या का हिस्सेदार है, लेकिन वो कभी इसके हल का हिस्सा नहीं बन पाया।

डोभाल के मुताबिक, पाकिस्तान को लगता है कि आतंकवाद को बढावा देकर या छिपकर किए जाने वाले एक्शंस बेहद सस्ती सिक्युरिटी स्ट्रैटेजी हैं। यह एक बेहद छोटे नजरिए वाली रणनीति है। यह उनको ही नुकसान पहुंचाती है, जो इसे बढावा देते हैं या इसका समर्थन करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि वक्त गुजरने के साथ पाकिस्तान यह समझेगा। डोभाल ने कहा कि पाकिस्तान ने कुछ ऎसे आतंकी ग्रुप्स के खिलाफ एक्शन लिया है, जिससे पश्चिमी देशों के सुरक्षा हितों को खतरा है। हालांकि, भारत को निशाना बनाने वाले लश्कर, जमात उद दावा, हरकत उल अंसार और हरकत उल मुजाहिद्दीन जैसे संगठनों को उसका समर्थन मिल रहा है।

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