बजाओ ताली तो बरसता है
Apr 3, 2016, 18:30 IST
हजारीबाग-बजाओ ताली,तो बरसता है पानी बाहर फनाकार नुमा झरना अन्दर गुफानुमा पहाड़ी ,कहाँ से आता है पानी किसी को मालुम नहीं है यह कहानी.यह कोई मनगढ़ंत कहानी नहीं बल्कि बरसो पानी गुफा की सच्चई है जहाँ तली बजाने से बरसात का नजारा होता है चाहे वोह कोई भी मौसम क्यूँ ना हो .पेश है एक रिपोर्ट -हजारीबाग जिले से पंचास किलोमीटर दूरबडकागांव प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित गावं झिक्झोर जो चारों ओर पहाड़ियों से घिरा हुवा है ,यहाँ एक अनोखा झरना मौजूद है जहाँ बजाओ ताली,तो बरसता है,पानी रमणिका पहाड़ी के आगोश में प्राकृतिक सौन्दर्य के बिच बसे बरसो पानी की ख्याति दूर दूर तक फैली हुयी है| झिक्झोर गावं बिलकुल पहाड़ की तराई में बसा हुआ है और इस गावं में लगभग 65 आदिवासी परिवार निवास करतें हैं | इनकी माने तो यहाँ मौजूद अनोखा झरना से हमेशा पानी टपकते रहता है,पर ताली बजाने से पानी टपकने की गति में तेजी आ जाती है,जबकि ऊपरी हिस्सा बिलकुल सुखा है| यहाँ के स्थानीय लोग बताते हैं की ख़ासकर गरमी के दिनों में हमलोगों का समय ज्यादातर इसी झरना के समक्ष बीतता है |
बताया जाता है की राजा दलेल सिंह भी इस क्षेत्र में शिकार के लिए आते थे और झरना के समक्ष घंटो समय बिताया करते थे | प्रत्येक साल के पहली तारीख को यहाँ दूरदूर से काफी लोग पिकनिक के लिए आते हैं यहाँ के मौसम और मिजाज से प्रभावित होकर लोग रुकना भी चाहतें हैं,पर यहाँ रुकने की कोई ब्यवस्था न देख मजबूरन उन्हें निश्चित समय से वापस लौट जाना पड़ता है |
फलक शमीम
बताया जाता है की राजा दलेल सिंह भी इस क्षेत्र में शिकार के लिए आते थे और झरना के समक्ष घंटो समय बिताया करते थे | प्रत्येक साल के पहली तारीख को यहाँ दूरदूर से काफी लोग पिकनिक के लिए आते हैं यहाँ के मौसम और मिजाज से प्रभावित होकर लोग रुकना भी चाहतें हैं,पर यहाँ रुकने की कोई ब्यवस्था न देख मजबूरन उन्हें निश्चित समय से वापस लौट जाना पड़ता है |
फलक शमीम