मासूम बच्चों को हथियारों की ट्रेनिंग देता था रामवृक्ष

मासूम बच्चों को हथियारों की ट्रेनिंग देता था रामवृक्ष
मथुरा -जिन चेहरों पर मासूमियत झलकती थी जिनके हाथों में किताबें होनी चाहिए उन्ही हाथों में रामवृक्ष बन्दुक थमा देता था और हथियार चलाने की ट्रेनिंग देता था यही नहीं जवाहरबाग के आसपास के लोगों पर उसका खास दबदबा था उनको डरा धमका कर रखता था ,रामवृक्ष इतना खूंखार था कि न ही उसके कैम्प में कोई बोलने को तैयार था न ही आसपास के लोग कुछ कह पाने की स्थिति में होते थे प्रशासन भी इस पर हाथ डालने से कतराता था |

किसी उग्रवादी संगठन से कम नहीं था रामवृक्ष का कुनबा

60 वर्षीय यादव आजाद भारत विधिक वैचारिक क्रांति सत्याग्रह का नेता था. यह संगठन नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सिद्धांतों पर चलने का दावा करता था. यादव जवाहरबाग में बच्चों को भी गुरिला ट्रेनिंग देता था. रामवृक्ष के चंगुल से निकलने के बाद बच्चे बेहद डरे व सहमे हुए हैं. पुलिस के मुताबिक बच्चों को हथियारों के साथ पेड़ पर चढ़ने और ऊपर से हमला करने की ट्रेनिंग दी जाती थी. हथियार और गोला बारूद जमीन के अंदर छुपाया गया था. रामवृक्ष को जाहिर सी बात है कहीं न कहीं से किसी भी उग्रवादी संगठन का समर्थन प्राप्त था उसके द्वारा जिस तरह से ट्रेनिंग दिलाई जाती थी उससे साफ़ है कि वह खास मकसद के लिए तैयारी कर रहा था |


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