मोदी के नेतृत्व में भारत को एन एस जी का समर्थन हडबडाहट में पाकिस्तान

मोदी के नेतृत्व में भारत को एन एस जी का समर्थन हडबडाहट में पाकिस्तान
नई दिल्ली. भारत को उपलब्धि मिले और पकिस्तान बौखलाए न ऐसा कैसे हो सकता है एक तरफ जहाँ अमेरिका, स्वीट्जरलैंड और मैक्सिको ने एनएसजी (न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप) की सदस्यता के लिए भारत का समर्थन किया है. पाकिस्तान के माथे पर बल पद गए आनन-फानन में पाक विदेश मंत्रालय ने सदस्यता पर समर्थन के लिए एनएसजी देशों के राजनयिक मिशन को अपनी बात समझाने के लिए बुलाया. पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में इन देशों से कहा कि भारत को एनएसजी सदस्यता मिलना दक्षिण एशिया की रणनीतिक स्थिरता पर नकारात्मक असर डालेगा.इस बीच पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने 3 देशों के विदेश मंत्रियों से बात कर एनएसजी सदस्यता के मुद्दे पर समर्थन की बात कही.

बौखलाए सरताज अजीज ने फोन मिलाना शुरू कर दिया
पाकिस्तान चीन का पिट्ठू बनकर काम कर रहा है चूँकि पकिस्तान की खुद की इतनी हैसियत नहीं है कि वह खुद इतने बड़े मंच पर भारत का विरोध करे तो उसने शिखंडी जैसे चीन को सामने कर दिया है |
जिस तरह से ख़बरें आ रही हैं उसमे कहा गया है कि अजीज ने रूस, न्यूजीलैंड और दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रियों से फोन पर बात की.गौर हो कि चीन की आड़ लेकर पाकिस्तान भारत की एनएसजी में एंट्री का विरोध कर रहा है. पाकिस्तान और चीन का तर्क है कि बिना नॉन-प्रोलिफिरेशन ट्रीटी (परमाणु अप्रसार संधि-NPT) पर साइन किए बिना भारत कैसे एनएसजी की मेंबरशिप हासिल कर सकता है? माना जाता है कि पाकिस्तान को चीन का समर्थन प्राप्त है जिसने उसे आश्वासन दिया है कि वह तब तक भारत की सदस्यता का समर्थन नहीं करेगा जब तक पाकिस्तान को भी यही दर्जा नहीं दिया जाए. पिछले महीने पाकिस्तान ने एनएसजी की सदस्यता के लिए औपचारिक आवेदन दाखिल किया था.
पकिस्तान लगातार भारत विरोधी मुहीम में लगा रहा है अपने संसाधनों को बढ़ने के बजाय वह लगातार भारत विरोध की फसल काटता रहा है लेकिन मोदी के जादू से उसकी परेशानी बढ़ना स्वाभाविक है |


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