पढाई और काम एक साथ मिलने पर निरस्त होगा इनरोलमेंट

पढाई और काम एक साथ मिलने पर निरस्त होगा इनरोलमेंट
लखनऊ -डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) से सम्बद्ध एमटेक, एमफार्म एवं एमआर्क पाठ्यक्रम चलाने वाले कॉलेजों में दाखिले के नाम पर मनमानी नहीं चलेगी। अब कॉलेज इन पाठ्यक्रमों में ऐसे अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं दे सकेंगे जो किसी संस्थान-प्रतिष्ठिान में कार्य कर रहे हैं। यदि ऐसे अभ्यर्थी संस्था में प्रवेश के रूप में पाए जाएंगे तो उनका इनरोलमेंट निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही संस्था के विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने इस संबंध में कॉलेजों को निर्देश जारी कर दिए हैं।मौजूदा समय में एकेटीयू से सम्बद्घ प्रदेश में 630 से ज्यादा इंजीनियरिंग एवं मैनेजमेंट कॉलेज संचालित हैं। जानकारों की मानें तो बहुत से कॉलेज हैं जो अपनी सीटें भरने के लिए काम कर रहे अभ्यर्थियों को दाखिले दे देते हैं। लेकिन इस शैक्षिक सत्र में अब यह नहीं चलेगा। कुलपति ने साफ कहा है कि एमटेक, एमफार्म एवं एमआर्क कोर्स रेगुलर मोड पर चलाए जाएंगे। इसमें ऐसे अभ्यर्थियों को ही दाखिले दिए जाएं जो किसी अन्य संस्थान में कार्य नहीं कर रहे हों। यदि ऐसे अभ्यर्थी संस्था में प्रवेश के रूप में पाए जाएंगे तो उनके इनरोलमेंट को निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही संस्था के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
बिना कवालीफाइंग रैंक नहीं मिलेंगे दाखिले

एकेटीयू ने एमटेक, एमफार्म एवं एमआर्क पाठ्यक्रम चलाने वाले कॉलेजों में शैक्षिक सत्र 2016-17 में दाखिले के लिए नए निर्देश जारी किए हैं। कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि इन कोर्सों में काउंसिलिंग के बाद खाली सीटों पर ऐसे अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा जिनके पास विश्वविद्यालय की ओर से कराई गई प्रवेश परीक्षा की क्वालीफाइड रैंक या गेट। गेप्ट की क्वालीफाई रैंक हो।22 जून तक परीक्षाफल पर दे सकेंगे आपत्तियांशैक्षिक सत्र 2015-16 के अंतिम वर्ष के छात्रों के पूर्व सत्रों के परीक्षाफल के मौजूदा स्टेटस को कॉलेजों की लॉगिंग पर भेज दिया है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. जेपी पांडेय के मुताबिक कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं कि वे परीक्षाफल को देख लें, यदि उसमें कोई त्रुटि है तो उसे 22 जून तक विश्वविद्यालय के ई-मेल पर भेज दें।

Share this story