हमें धोखा दिया गया -अंसारी

हमें धोखा दिया गया -अंसारी
लखनऊ-समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव अपने राजनीतिक जीवन में सिर्फ धोखे की राजनीति से ही आगे बढ़े हैं। सपा भाजपा संग सांप्रदायिकता की आग जलाकर सियासत करते हैं।मुलायम सिंह यादव के लाख बार कहने के बाद उनपर विश्वास कर कौमी एकता दल का विलय जो किया गया, यह एक साजिश और मुलायम सिंह यादव की सियासी फितरत है। यह केवल हमारे परिवार व देश की आजादी की लड़ाई लड़ने वाले वंशजों के लोगों को अपमानित किया है। मादरे वतन की हिफाजत में हमारे वंशज शहीद हुए हैं। उसके बाद भी सपा मुख‍िया ने फिरका परस्त ताकतों को सत्ता में आने से रोकने की जब बात की तो हम राजी हो गए। पर मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे मुख्यमंत्री अख‍िलेश यादव के हठ को मानने का आधार बनाकर हमारे विलय को रद्द कर केवल अपमानित किया है। यह बात कौमी एकता दल के मुख‍िया और बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के भाई ने आज प्रेस वार्ता कर मीडिया के सामने सपा मुख‍िया मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव को निशाना बनाया। मीडिया से अपनी बात कहते कहते अफजाल अंसारी की आंखे भर आयीं। अफजाल आंसू पोंछते हुए कहते हैं कि सपा मुख‍िया की धोखा देने की फितरत रही है। पर हम यह नहीं जान पाए कि अपने राम की भक्ति करने वाले हनुमान जैसे भाई श‍िवपाल सिंह यादव का भी वे अपने पुत्र के लिए इतना बड़ा अपमान कर सकते हैं। अफजाल ने एक बात साफ कर दी है कि अब कौमी एकता दल इस धोखे के बाद और मजबूत हुआ है। कौमी एकता दल किसी दल के लिए राजनीति नहीं करता, बल्कि देश व प्रदेश फिरकापरस्त ताकतें सत्ता के आसपास न आने पाएं इसके लिए वह हमेशा पूरी ताकत से हर चुनाव में मुकाबला करने को तैयार है।अफजाल से जब यह पूंछा गया कि क्या वे आने वाले चुनाव में सपा का खुलकर विरोध करेंगे। इस पर अंसारी थोड़ा हिचकते हुए कहते हैं, कि जो धोखा देगा तो क्या उसका अब भी समर्थन करेंगे। अब तो खुलकर फिरकापरस्त ताकतों व उनका चुपके से साथ देने वालों का खुलकर विरोध होगा। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अब मुसलमान एक बार फिर जाग गया है। अब वह सपा मुख‍िया के किसी वादे पर आंख मूंदकर साथ देने वाला नहीं है। मुसलमानों की अब भी आंखे नहीं खुलेंगी तो कब खुलेंगी। अब सपा को मुसलमानों की घृणा का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि सपा सीधे तौर पर भीतर ही भीतर भाजपा के पक्ष में काम करती है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण और भी हैं। बिहार चुनाव के एेन मौके पर जब सपा सरकार के लोगे भ्रष्टाचार व यादव सिंह मामले की सीबीआई जांच में गले गले तक फंस गए। यह बात जब उजागर होने लगी तब अख‍िलेश यादव ने ही मुलामय सिंह यादव को बिहार में भाजपा की मदद करने के लिए महागठबंधन से किनारा कर लालू प्रसाद यादव जो उनके रिश्तेदार भी हैं, और नितीश कुमार को धोखा दिया था। मुलायम सिंह यादव का सियासत में किसी को धोखा देना कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है। फिलहाल अफजाल ने माना कि कौमी एकता दल पूरी तरह भाजपा व सपा के खिलाफ चुनाव में उतरेगी।

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