सरकार की कानून व्यवस्था को चुनौती देने में गोंडा भी पीछे नहीं

सरकार की कानून व्यवस्था को चुनौती देने में गोंडा भी पीछे नहीं
गोंडा-प्रदेश सरकार के मुखिया के लिए कानून व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती है और इस चुनौती से पार पाने की कोशिश लगातार जारी है विरोधी दलों के निशाने पर हमेशा ही यह मुद्दा रहा है इसी कड़ी में गोंडा ने भी अपना नाम जोड़ते हुए दबंगई के लिए कुख्यात होने में अपना नाम एक बार फिर रोशन किया है और यही नहीं दबंगई इस स्तर की लोग पुलिस तक नहीं पहुच पा रहे। बेगारी न करने का भुगतना पड़ा खामियाजा यूपी के गोंडा के एक गांव में दबंगो के दहशत से दलितों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा दबंग उनसे बेगारी करा रहे थे न करने पर उन पर दबंगो का कहर टूट पड़ता था उनके करीब सभी एक दर्जन घरों में ताला लगा है हालांकि पीड़ित अपने घरों से कुछ दूरी पर ही अपने रिस्तेदारो के यहाँ है । ऐसे में क्या काम करेगा डायल 100 सी एम अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से डायल 100 जैसी योजना दी और दावा किया की पुलिश मात्र 10 मिनट में पहुचेगी लेकिन गोंडा जैसी घटना यह सोचने को मजबूर करती है की सरकार यह कब माहौल बना पाएगी की पीड़ित कम से कम अपनी शिकायत तो दर्ज करा सके । थाने तक भी पहुचना मुश्किल पीड़ितों का कहना है की दबंगो के डर से वह थाना भी नहीं जा रहे है -घटना गोंडा के थाना वजीरगंज के सहरिया गांव का है ----इस सम्बन्ध में एसपी का कहना है की पीड़ित बरसात में पड़ोस में ही चले जाते है कोई शिकायत नहीं मिली है मैं इंटलीजेंस से जांच कराऊंगा यदि ऐसी कोई बात आती है तो उचित कार्यवाई होगी प्रदेश की राजधानी से महज 120 किमी की दूरी पर स्थित जिला गोंडा है यहाँ के थाना वजीरगंज के एक गांव सहरिया है जहां के निवासी दलित बताये जा रहे है यहाँ से गांव के बगल रहने वाले कुछ दबंग इन बेचारो से खेतों में काम कराते है लेकिन पैसा नहीं देते है यह सब व इन के घर के पुरुषो ने जब बेगारी करने से इंकार कर दिया तो आरोप है की इन सब को दबंगो ने मारा पीटा इनके मुताबिक इतना मारा की यह सब दहशत में आ गए और अपना घर छोड़ कर पास में ही रहने वाले रिस्तेदारो के यहाँ आ गए सहरिया गांव के वह घर है जो अब सन्नाटे में है यहाँ कभी बच्चों के खेलने कूदने की आवाजे आती थी वहां अब मरघट जैसा सन्नाटा पसरा है हर घर में ताला लगा है बताया जा रहा है की कुछ दिन पहले से ही सब गांव छोड़ के चले गए सहरिया गांव से सटा बेरिया गाव है जहां इन सब के रिस्तेदार रहते है कुछ दिन से यह सब अपने रिस्तेदारो के यहाँ रहने लगे है ---हालांकि यह गांव भी सहरिया गांव से महज 100 मीटर की दूरी पर है यह सब इकठ्ठा ही रहते है लेकिन इनके चेहरों पर दहशत साफ़ देखी जा सकती है इनका कहना है की दबंग अभी भी धमकी देते है दबंगो की दहशत से इन लोगो ने थाने में भी शिकायत नहीं की

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