हर साल बढ़ से जूझते हैं घाघरा के आस पास के लोग प्रशासन एलर्ट,मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे सम्बंधित अधिकारी

हर साल बढ़ से जूझते हैं घाघरा के आस पास के लोग प्रशासन एलर्ट,मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे सम्बंधित अधिकारी
मुख्यमंत्री ने जाना बाढ़ का हाल, मण्डलायुक्त व डीएम के निर्देश पर प्रशासन अलर्ट गोंडा -मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के निर्देश पर मण्डलायुक्त सुधीर कुमार दीक्षित व डीएम आशुतोष निरंजन ने बाढ़ की सम्भावना के दृष्टिगत जनपद में 22 बाढ़ चाौकियों को तत्काल प्रभाव से सक्रिय कर दिया है और तहसील तरबगंज व करनैलगंज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ खण्ड के अधिकारियों सहित एवं उपजिलाधिकारियों को विशेष चाौकसी बरतने के निर्देश जारी कर दिए हैं। यह जानकारी देते हुए मण्डलायुक्त श्री दीक्षित ने बताया कि बचाव एवं राहत हेतु समस्त व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई हैं। स्वास्थ्य सुविधाएं तत्काल मुहैया हेतु पांच मेडिकल एवं पशु चिकित्सा विभाग की टीमें लगाई गई हैं। रोगों से बचाने हेतु पशुओं का टीकाकरण कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त बाढ़ प्रभावति क्षेत्र में ओआरएस पैकेट, क्लोरीन टेबलेट आदि का वितरण लगातार कराया जा रहा है। शरणालयों की व्यवस्था करके वहां पर तिरपाल, खाने के लिए भोजन पैकेट, माचिस, तथा विजली व्यवस्था हेतु सभी शरणालयों पर जनरेटर की व्यवस्था कर दी गई हैं। अधिकारियों को बन्धे पर ही कैम्प करने के निर्देश किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पीएसी की तैनाती के लिए शासन को मांग पत्र भेज दिया गया है। गोाताखोरों व नावों की भी पर्याप्त व्यवस्था करके उन्हें संवेदनशील क्षेत्रों में मुस्तैद कर दिया गया है। घाघरा के संवदेनशील तटबन्धों पर दिन-रात सिंचाई व बाढ़ प्रखण्ड द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य कराया जा रहा हैं। मण्डलायुक्त ने बताया कि सम्बन्धित तहसीलों के एसडीएम व अन्य सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को तटबन्धों पर कैम्प करने व स्थ्ािित पर सतत निगरानी बनाए रखने के कड़े निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ की स्थिति के सम्बन्ध में डीएम ने बताया कि अभी तक आबादी क्षेत्र में पानी नहीं प्रवेश किया हैं।ऐहतियात के तौर प्रशासन को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है। और बिना अनुमति के बाढ़ से सम्बन्धित अधिकारियों को मुख्यालय न छोड़ने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।

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