कमीशन खोरी में परेशान है धरती के भगवान

कमीशन खोरी में परेशान है धरती के भगवान
लखनऊ -मरीज मर रहे हैं और भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर कमीशनखोरी में परेशान है केजीएमयू के कार्डियोवैस्कुलर थोरेसिक सर्जरी (सीवीटीएस) विभाग में डॉक्टरों की आपसी लड़ाई में बीपीएल मरीजों के लिए सर्जिकल सामानों की खरीद में कमिशनबाजी और मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ का बड़ा मामला सामने आया है। केजीएमयू के सीवीटीएस डिपार्टमेंट के हेड डॉ. शेखर टंडन ने पूर्व हेड डॉ. एसके सिंह के कार्यकाल में (2012-16 के दौरान) तत्कालीन डॉक्टरों की लापरवाही से 18 मरीजों की मौत होने के गंभीर आरोप लगाए हैं। डॉ. टंडन का दावा है कि विभागीय जांच में इन आरोपों की पुष्टि भी हो गई है। इसकी जानकारी वीसी प्रो. रविकांत और राज्यपाल राम नाईक को दे दी गई है। प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये किये हाय खुलासे में में डॉ. टंडन ने बताया कि विभाग की एक नर्स ने मार्च, 2016 को शिकायत की कि बीपीएल मरीजों के लिए सर्जरी का सामान मंगाया जा रहा है, लेकिन वह स्टोर में पड़ा-पड़ा बेकार हो रहा है। बिना सप्लाई के ही कर दिया भुगतान एक निजी कंपनी आमा मेडिकल स्टोर को 60 वॉल्व के लिए 35 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया, लेकिन उसने डिलीवरी ही नहीं की। इस पर केजीएमयू वीसी प्रो. रविकांत ने ऑडिट के लिए 20 मई को पांच सदस्यीय कमिटी गठित कर दी। डॉ. टंडन भी इस कमिटी में थे। डॉ. टंडन के मुताबिक, जांच में आरोप सही पाए गए।

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