गोवा के मुख्य सचिव ने कहा जिलाधिकारी फैजाबाद किंजल सिंह किसी मसीहा की तरह

गोवा के मुख्य सचिव ने कहा जिलाधिकारी फैजाबाद किंजल सिंह किसी मसीहा की तरह
लखनऊ-अपने कार्यशैली के चलते चर्चा में रहने वाली आई ए एस अधिकारी किंजल सिंह एक बार फिर से चर्चा में हैं लाख विरोध के बाद भी अपने फैसले पर कायम रहना ही उनके लिए अब प्रत्साहन का कारण बन रहा है
वन माफियाओं से लोहा लेना हो अधिकारियों के निशाने पर आना हो या फिर अयोध्या के घाटों कि सफाई के लिए देखने के लिए पैदल ही निकल पड़ना या फिर गरीब से 1500 रूपये का करेला खरीदना लखीमपुर में लाख विरोध के बाद भी फैजाबाद की कमान मिलने के बाद जिस तरह से सुधार के लिए कदम उठाये गए
दुसरे प्रदेश में भी पहुची चर्चा

अब आईएएस किंजल सिंह की शख्सियत और कार्यशैली के कायल गोवा के मुख्य सचिव आरके श्रीवास्तव भी हो गए हैं। उन्होंने थारू जाति की आदिवासी महिलाओं के लिए जब किंजल सिंह का समर्पण देखा तो इस युवा महिला आईएएस के लिए यूपी सरकार को न सिर्फ प्रशस्ति पत्र भेज दिया बल्कि मसीहा तक करार दे दिया। गोवा के मुख्य सचिव ने 29 मार्च 2016 को यूपी के मुख्य सचिव को आईएएस किंजल सिंह की प्रशंसा में एक पत्र भी लिखा था। पत्र के मजमून के मुताबिक गोवा सरकार प्रतिवर्ष कला प्रेमियों के लिए कला महोत्सव आयोजित करती है जिसमे लाखों पर्यटक हिस्सा लेते हैं। इस साल भी ये महोत्सव जनवरी में आयोजित किया गया था जिसमे कई राज्यों के साथ यूपी की ओर से खीरी जनपद की थारू जनजाति की आदिवासी महिलाओं ने तत्कालीन डीएम लखीमपुर किंजल सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधित्व किया था। गोवा के मुख्य सचिव ने किंजल सिंह को बेहद ऊर्जावान और जमीन से जुडी हुई लेडी कलेक्टर के खिताब से इस पत्र में नवाज़ा है। गोवा के मुख्य सचिव आरके श्रीवास्तव को थारू महिलाओं द्वारा दो से तीन दिनों के अंदर बनाया छोटा सा ग्रामीण द्रश्य बहुत लुभाया। जो थारू महिलाओं ने अपने जनपद से लाये गए सामान और मिटटी से तैयार किया था। जो एक अलग और वास्तविकता का एहसास करा रहा था। बाकायदा पत्र में इसका जिक्र भी श्री श्रीवास्तव ने किया है। लाखों पर्यटकों के लिए ये कार्य आकर्षण का केंद्र बन गया। खुद डीएम किंजल सिंह भी कला महोत्सव में बनाये गए ग्रामीण परिदृश्य को बनाने में जुटी रही। लेकिन जब गोवा के मुख्य सचिव आरके श्रीवास्तव आईएएस किंजल सिंह से मुखातिब हुए तो उनके कायल ही हो गए। मुख्य सचिव ने अपने पत्र में लिखा, मैंने पाया कि किंजल सिंह एक ऐसी शख्सियत हैं हैं जिनके पास तमाम तरह की विशेषताएं हैं जो उन्हें बेहद ख़ास बना रही हैं। उनका कल्पनाशील दिमाग ,रचनात्मक विचार और अपनी जिम्मेदारी के एहसास के अलावा किसी प्रचारक की तर्ज पर आदिवासी जाति की महिलाओं के जीवन स्तर को ऊपर उठाने की लगन ही आईएएस किंजल सिंह को किसी भी दूसरे साधारण अधिकारी से बेहद अलग बना रही है ऐसा खुद गोवा के मुख्य सचिव ने ही कहा। बकौल श्री श्रीवास्तव ऐसी आदिवासी महिला जाति के लिए किंजल सिंह किसी मसीहा की तरह ही कार्य कर रही हैं। अंत में गोवा के मुख्य सचिव लिखते हैं कि उन्हें पूरा विश्वास है, अपने कार्यों की बदौलत किंजल सिंह बेहद कम समय में ही अपना नाम और शौहरत बुलंदियों तक पहुंचाएंगी। गोवा के मुख्य सचिव के इस प्रशस्ति पत्र को आईएएस किंजल सिंह के सेवा रिकॉर्ड्स में शामिल किया जा रहा है। नियुक्ति विभाग के अफसरों ने इसकी पुष्टि की। इस तरह के प्रशस्ति पत्र यूपी के युवा और ईमानदार अफसरों का प्रोत्साहन बढ़ाते हैं। &सेवा पंजिका में शामिल होगा:रंजन& मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार और तत्कालीन मुख्य सचिव आलोक रंजन के मुताबिक गोवा के मुख्य सचिव की और से आईएएस किंजल सिंह के लिए प्रशस्ति पत्र आया है जिसे नियुक्ति विभाग भेज दिया गया है ताकि उनकी सेवा पंजिका में इसे शामिल किया जा सके।
courtesy nispaksh pratidin

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