कभी बसपाई रहे अब भाजपाई बृजेश पाठक ने पत्रकार से की अभद्रता

कभी बसपाई रहे अब भाजपाई बृजेश पाठक ने पत्रकार से की अभद्रता
नई दिल्ली - ब्रजेश पाठक हमेशा से ही गुण्‍डई पर आमादा रहे हैं, आज पत्रकारों पर भी हाथ साफ कर दिया : बसपा के दौरान अपनी करतूतों से जुड़े सवालों से बौखला पड़े ने ब्रजेश ने शुरू की गुण्‍डागर्दी : इस हादसे से पत्रकारों में खासा आक्रोश नई दिल्ली : बाहुबली नेता ब्रजेश पाठक तो अब बीजेपी में जाते ही गुंडई पर उतर गये हैं। हाल ही बसपा ने ब्रजेश पाठक पर उनके ऊपर बसपा कार्यका्ल के दौरान की गयी काली करतूतों से जुड़े कई गम्‍भीर आरोप लगाये थे। कल शाम बसपा द्वारा लगाए गए उन आरोपों का सामना ब्रजेश पाठक नहीं कर पाए तो उन्होंने नेशनल दस्तक के एडिटर को थप्पड़ जड़ दिया। इतना ही नहीं, पाठक के गुंडों ने दलित कैमरामैन जगदीश गौतम से चिप भी छीन ली। दरअसल जिस वक्त ब्रजेश बसपा में थे उनकी लगाम कसी हुई थी। बसपा से निकाले जाने के बाद ही उन्होंने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया। ब्रजेश बसपा में भी अनुशासनहीनता का परिचय दे रहे थे। गौरतलब है कि इसी वजह से बहुजन समाज पार्टी ने इन्हें बाहर कर दिया था। साथ ही बसपा में रहने के दौरान ब्रजेश की काली-सफेद हरकतों और करतूतों का भी खुलासा कर दिया था। बसपा ने आरोप लगाया था कि बसपा में रहने के दौरान ब्रजेश ने कार्यकर्ताओं को हतोत्‍साहित किया, भारी-भरकम रकम वसूलीं और पार्टी को बेहिसाब नुकसान पहुंचाया था। लेकिन इसी दौरान सोमवार को ब्रजेश को बीजेपी ने अपना लिया। अमित शाह के नेतृत्व में इन्होंने बीजेपी ज्वाइन की। इस घटना के बाद भी वे दबंगई दिखाते रहे। नेशनल दस्तक के एडिटर शंभू कुमार सिंह ने इनसे घटना के बाद पत्रकार के अधिकारों का हवाला देते चिप देने की मांग की। लेकिन हाल ही में दबंग बने पाठक ने चिप नहीं दी। चिप के बारे में पाठक ने कहा कि मैंने चिप तोड़ दी है। अगर तुम्हें पुलिस के पास जाना है तो जाओ। चिप में अन्य वीडियो भी थे। ब्रजेश पाठक ने पत्रकार के साथ हाथापाई और बदसलूकी कर बीजेपी पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। उल्‍लेखनीय है कि बसपा के दौरान ब्रजेश पाठक की सारी बदतमीजियों पर मायावती ने जबर्दस्‍त नकेल डाल रखी थी। लेकिन भाजपा में आते ही ब्रजेश एकदम अपने पुराने अंदाज में आ गये लगता है। आपको बता दें कि ब्रजेश पाठक का इतिहास ही अपराध से जुड़ा हुआ है। मनबढ़, हाथछुट और अभद्रता का प्रतीक बने ब्रजेश को सबसे बड़ा झटका तब लगा था जब कुछ साल पहले एमएलसी चुनाव के दौरान ब्रजेश और उनके साले ने गुण्‍डागर्दी की थी। तब ब्रजेश का साला अरविन्‍द त्रिपाठी उर्फ गुड्डू एमएलसी का चुनाव लड़ र‍हा था, जबकि एक अन्‍य एमएलसी अजीत सिंह के पिता भी चुनाव लड़ रहे थे। इसी बीच उन्‍नाव के ऊगू गांव वालों के साथ ब्रजेश पाठक ने बदतमीजी की थी। इससे बौखलाये गांववालों ने ब्रजेश पाठक को कई थप्‍पड़ मारे थे। पिटाई से बचने के लिए इन दोनों ने एक बूढी महिला के घर शरण ली थी। सूत्र बताते हैं कि इस दौरान ब्रजेश पाठक ने अपनी पैंट में ही फरागत हासिल कर ली थी। 

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