स्कूल में टीचर न मिलने पर बच्चों ने लिख दिया Teacher I miss You

स्कूल में टीचर न मिलने पर बच्चों ने लिख दिया Teacher I miss You
फैजाबाद -teacher I miss You यह कहना है उन बच्चियों का जो अपने स्कूल आती तो हैं लेकिन स्कूल में अपने टीचर को न पाकर मायूस हो जाती हैं और सभी नेताओं से और अधिकारियों से कह रही हैं कि हमें पढने के लिए टीचर चाहिए जिससे हम पढ़ सके और आगे बढ़ सके ।यह खबर इन बेटियो की पढ़ने के लिए छटपटाहट के साथ शिक्षा के उस खोखले दावे को भी बेपर्दा करती है जिसके चलते पूरे स्कूल के अलग अलग क्लास में छात्राओं ने ब्लैकबोर्ड पर एक ही लाइन लिख रखी है ...Teacher I miss you ...

उत्तर प्रदेश के फैज़ाबाद जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर हैदरगंज क्षेत्र का यह है राजकीय बालिका इंटर कालेज । जंहा विद्यालय के लिए बड़ा भवन है , छात्राओं के लिए क्लास रूम है बैठने के लिए टेबल कुर्सियां है । लेकिन हर क्लास के ब्लैकबोर्ड पर क्लास के सब्जेक्ट की जगह यह क्यों लिखा है teacher I Miss you ... और छात्राये क्यों हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कह रही हम कैसे पढ़े और कैसे आगे बढे ..

सो रहे हैं जिम्मेदार
इस राजकीय बालिका विद्यालय की छात्राओं की पढ़ाई के लिए छटपटाहट ही है जिसके चलते उन्होंने हर क्लास के ब्लैकबोर्ड पर यही लिखा है Teacher I MIss You .. दरअसल विद्यालय न तो बड़े भवनों से चलता है न बैठने के लिए कुर्सी मेज से वह चलता है पढ़ाने जे लिए मौजूद योग्य शिक्षकों से ।यंहा तो किसी क्लास के लिए कोई टीचर ही नहीं है ऐसे में यंहा जी छात्राये करे भी तो क्या और आखिर बेबसी का इजहार करे भी तो किससे ... ? बात यहीं पर ख़त्म नहीं होती इन छात्राओं की पढ़ने के लिए छटपटाहट ने इन्हें बेबसी के उस मुकाम पर लाकर खड़ा कर दिया है जिसका सच बेपर्दा होते ही शिक्षा के नारे और नेताओं के खोखले दावे के बीच का फर्क सामने आ जाएगा । यह छात्राये खुद विद्यालय का गेट खोलती है ॥ स्कूल की महिला चपरासी के साथ प्रेयर करती है ॥ वही महिला चपरासी इन्हे अटेंडेंस रजिस्टर देती है । अपने अपने क्लास में आकर अपनी उपस्थिति अटेंडेंस राजिस्टर में भरती है और खुद ही सीट पर बैठ कर किताब खोलकर पढ़ती है और फिर खुद ही 12 बजे अपने क्लास रूम से घर के लिए चली जाती है । अब खुद सोचिये यह ऐसे में पढ़ेंगी कैसे और बढ़ेगी कैसे ।


डीएम ने कहा देखती हूँ
इस विद्यालय में कक्षा 9 से लेकर 12 तक के छात्राओं की पढ़ाई होती है ।पिछले वर्ष के शिक्षा सत्र में यंहा 400 छात्राये पढ़ने आती थी और टीचर पढ़ाने के लिए महज 2 थी जिसमे कभी एक आती थी तो कभी दूसरी । लिहाजा वही बारी बारी एक एक क्लास को पढ़ाती थी ।लेकिन जुलाई से मौजूदा शिक्षा सत्र में उन टीचरों का भी यंहा से ट्रांसफर कर दिया गया । अब विद्यालय में कोई टीचर बचा नहीं लिहाजा छात्राओं की संख्या भी घटकर 200 रह गई है । विद्यालय में 2 सफाईकर्मी महिला है और एक बड़े बाबू जिनसे भी छात्राये टीचर की गुहार लगाती है लेकिन वह भी छात्राओं की बेबसी तो बताते है लेकिन कुछ भी कर सकने में अपनी असमर्थता जताते है ।लेकिन इस सबसे इतर अभिभावक और स्थानीय लोग आक्रोशित है लेकिन बेबस भी दिखाई देते है ...यह स्थिति तब है जब जिले मे महिला जिलाधिकारी मौजूद है ॥ इस बारे मे जब हमने उनसे बात की तो उन्होने कहा कि मुझे आज पता चला है मैं देखती हूँ , कारवाई की जाएगी ....

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