रघुराम राजन को पढ़ाने वाला आज है दयनीय

रघुराम राजन को पढ़ाने वाला आज है दयनीय
भोपाल -अच्छे रहन सहन के लिए जरुरी होती है अच्छी शिक्षा जिससे अच्छी से अच्छी नौकरी मिले जिससे अपना और परिवार का जीवन यापन हो सके ।लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनके पास सबकुछ होने के बावजूद वो ऐसा काम करते है जिससे समाज का भला हो । पी एच डी करने के बाद भी हैं दयनीय प्रदेश के बैतूल जिले में 26 साल से आदिवासी गांव में एक ऐसा शख्स रहता है, जिसने आईआईटी दिल्‍ली से इंजीनियरिंग करने के बाद अमेरिका की मशहूर ह्यूसटन यूनिवर्सिटी से पीएचडी की पढ़ाई की और वहां दयनीय स्थिति में रह रहा है। आलोक सागर नाम का ये शख्स आई आई टी में प्रोफेसर रहने के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का शिक्षक भी रहा। औज वे बैतूल जिले में आदिवासी अधिकारों के लिए संघर्षरत हैं। वे भौरा तहसील के एक छोटे से गांव में झोपड़ी बना कर रहते है और बच्चों को पढ़ाते हैं। आलोक सागर मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले है। इसके बाद आलोक ने यहीं से साल 1973 में आई आई टी दिल्ली से इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की। आलोक ने 1977 में अमेरिका के टेक्सास की ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी से पीएचडी किया। पीएचडी के बाद दो साल अमेरिका में नौकरी भी की लेकिन उनका मन नहीं लगा। साल 1980-81 में आलोक भारत लौट आए। और आई आई टी दिल्ली में ही पढ़ाने लगे। इस दौरान रघुराम राजन भी उनके छात्र रहे। Courtesy web

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