सोच समझ कर ही तय करें शादी के महीने

सोच समझ कर ही तय करें शादी के महीने
डेस्क- शादी के पहले लोग कुंडली तो मिलवाते हैं लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि शादी की सफलता इस बात पर भी निर्भर करती है कि किस महीने में आपकी शादी हो रही है | शादी के महीने के हिसाब से भी जोड़े के व्यवहार में शादी के बाद बदलाव आता है और यही कारण है कि कई शादियाँ सफल होती है और कई शादियाँ टूट जाती हैं |
आफ्टर मैरेज प्राब्लम्सशादी के बाद पति पत्नी के व्यवहार में थोडे बहुत बदलाव आना कोई नई बात नहीं है लेकिन ज्यादा बदलाव आना जरुर विचार करने लायक है | जैसा पति पत्नी ने सोचा था, अपनी शादीशुदा ज़िंदगी को लेकर दोनों ने ही जो अरमान बनाए थे, वे सभी टूटते हुए दिखाई दे रहे हैं। यूं तो शादी से पहले और बाद में थोड़े-बहुत बदलाव तो हर किसी की लाइफ में आते हैं, लेकिन जब सोच से परे कुछ होने लगे तो समझ में नहीं आता कि क्या हो रहा है।

कारण को पहचानिये
तो फिर क्या कारण हो सकता है? क्या शादी से पहले उस इंसान को पहचानने में गलती हो गई? या फिर वह हमेशा से ही वैसा था और आप समझ नहीं पाए? या कारण कोई और ही है? हो सकता है कि यह आपकी ‘शादी की डेट’ की वजह से हो रहा हो। क्या कहती है एस्ट्रोलॉजी
जी हां... एस्ट्रोलॉजी के अनुसार किसी की शादी कौन से महीने में हुई है, इसका उनके आने वाले शादीशुदा जीवन पर खास प्रभाव होता है। ज्योतिष शास्त्र में बारह राशि चिह्न मौजूद हैं, ये प्रत्येक राशि चिह्न किसी खास ग्रह से जुड़े होने के कारण अपना प्रभाव दिखाते हैं।

ये प्रभावित करते हैं आपकी मैरेड लाइफ
यदि किसी का जन्म अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से मार्च 21 से 19 अप्रैल के बीच हुआ है, तो वह मेष राशि का कहलाता है। लेकिन यदि किसी लड़का-लड़की की शादी मार्च 21 से 19 अप्रैल के बीच हो, तो उन दोनों पर मेष राशि का प्रभाव होता है। क्योंकि यह शादी मेष राशि चिह्न की कहलाती है।
आपकी शादि कब हुई?
इसका मतलब है कि मेष राशि से जुड़े हर एक अच्छे-बुरे प्रभाव, मेष राशि से जुड़े स्वाभाविक लक्षण, इससे जुड़े ग्रह का असर, सभी वर-वधु को एक-एक करके प्रभावित करते हैं। तो चलिए आप भी आगे की स्लाइड्स में जान लीजिए कि आपकी शादी का महीना आपके शादीशुदा जीवन पर किस प्रकार से प्रभावी है, शायद इसी से आपको कुछ जवाब हासिल हो जाएं।
मेष राशि से प्रभावित विवाह
यदि आपका विवाह 21 मार्च से 19 अप्रैल के बीच हुआ है, तो यह मेष राशि से प्रभावित विवाह है। मेष राशि के जातक जिस तरह से रोमांच पसंद होते हैं, कुछ गुस्सैल भी होते हैं और जो ठान लें वे करके दिखाते हैं, कुछ ऐसी ही होती है मेष राशि से प्रभावित शादी। यदि किसी की शादी इस बीच हुई है तो उसकी शादी में रोमांच, अनचाही-अनजानी घटनाएं, कभी भी कुछ भी नया हो जाना लगा रहेगा। इतना ही नहीं, पार्टनर कब किस मूड में है, अमूमन यह जान पाना भी मुश्किल हो जाएगा।
वृषभ राशि से प्रभावित विवाह
यदि किसी का विवाह 20 अप्रैल से 20 मई के बीच हुआ है, तो यह शादी वृषभ राशि से प्रभावित है। भारतीय जलवायु को देखते हुए शादी के लिए यह समय उतना सही नहीं होता, लेकिन अगर आप एक रोमांटिक शादीशुदा लाइफ चाहते हैं तो यही समय चुनिए। जी हां... वृषभ राशि से प्रभावित शादी सबसे ज्यादा रोमांटिक कपल्स के लिए जानी जाती है, क्योंकि यह शादी प्यार और वासना से भरे ग्रह ‘शुक्र’ से जुड़ी होती है।
मिथुन राशि से प्रभावित विवाह
21 मई से 20 जून तक होने वाली शादियां मिथुन राशि से प्रभावित होती हैं, और ये विवाह सफल एवं असफल दोनों श्रेणी में आते हैं। जिस प्रकार से मिथुन राशि अपने आप में दो तरह के स्वभाव को दर्शाती है, इसी तरह से है मिथुन राशि से प्रभावित विवाह के परिणाम। यदि इस राशि चिह्न के भीतर हुई शादी में वर या वधु में से कोई भी एक इंसान जरूरत अधिक कटु बातें बोलने वाला हो या फिर इससे बिलकुल उलट चुप रहने वाला हो, तो यह शादी डूब जाती है।कर्क राशि से प्रभावित विवाह
कर्क राशि अपने प्यार ऐर केयर के लिए जानी जाती है, ऐसी ही होती है इससे प्रभावित शादी। 21 जून से 22 जुलाई के भीतर हुई शादी के वर-वधु पर कर्क राशि अपना प्रभाव दिखाती है। इस शादी में पति-पत्नी दोनों की ही मूल जरूरतें घर परिवार की खुशी, बच्चों की खुशी और आने वाले भविष्य के लिए खुद को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने पर टिकी रहती है।सिंह राशि से प्रभावित विवाह
यदि किसी का विवाह 23 जुलाई से 22 अगस्त के बीच हुआ हो तो यह विवाह सिंह राशि से प्रभावित होता है। सिंह राशि सभी बारह राशिक चिह्नों की तुलना बेहद शक्तिशाली चिह्न है, इसी तरह से मजबूत होती है इस राशि चिह्न के अंतर्गत हुई शादी। प्यार, एक दूसरे का ध्यान रखना, महंगी चीज़ों के प्रति दोनों का ही आकर्षण और एक लंबा एवं सुखद रिलेशनशिप, संकेत हैं सिंह मेष राशि से प्रभावित विवाह के।
कन्या राशि से प्रभावित विवाह
23 अगस्त से 22 सितंबर के बीच होने वाली शादियां, कन्या राशि से प्रभावित होती हैं। इस राशि से प्रभावित पति-पत्नी एक बेहद संवेदशील ज़िंदगी जीते हैं। मैरेड लाइफ के हर दूसरे मोड़ पर वे कुछ ऐसी परिस्थितियों का सामना करते हैं जो उनके लिए चैलेंज बन जाती हैं। लेकिन एक दूसरे को समय देने से, एक –दूसरी की जरूरतों का ख्याल रखने से वे इन कठिनाईयों को भी पार कर जाते हैं।तुला राशि से प्रभावित विवाह
यदि किसी का विवाह 23 सितंबर से 22 अक्टूबर के बीच हुआ हो, तो यह विवाह तुला राशि से प्रभावित होता है। यह शादीशुदा जोड़ा अमूमन परफेक्ट कपल कहलाता है, क्योंकि तुला राशि के नियंत्रित स्वभाव की तरह ही यह शादी भी कंट्रोल में रहती है। ना अधिक झगड़े, ना अधिक परेशानियां और साथ ही ना ही जरूरत से अधिक प्यार और रोमांस। बस हर जगह जितनी जरूरत है, उतनी क्षमता से कोशिश करते हैं तुला राशि से प्रभावित पति-पत्नी।
वृश्चिक राशि से प्रभावित विवाह
यदि आपका विवाह 23 अक्टूबर से 21 नवंबर के बीच हुआ है, तो यह वृश्चिक राशि से प्रभावित विवाह है। इस शादी में सेक्स, पैसा और धोखा... सबसे उच्चतम है। ऐसी शादी में पति-पत्नी शारीरिक रिश्तों की हर सीमा पार कर जाते हैं। किसी भी अन्य कपल की तुलना में, इस कपल की सेक्स लाइफ काफी उगर होती है। जिसका नतीजा होता है जल्दी एवं अधिक संतान और उसके बाद एक बड़ी फैमिली।
धनु राशि से प्रभावित विवाह
यदि आपका विवाह 22 नवंबर से 21 दिसंबर के बीच हुआ है, तो यह धनु राशि से प्रभावित विवाह है। यह शादी एक परफेक्ट शादी कहलाई जा सकती है, क्योंकि इसमें दोनों ही जीवन के हर पहलू को जीने की कोशिश करते हैं। यह एक स्मूथ मैरेड लाइफ की ओर ले जाता है।
मकर राशि से प्रभावित विवाह
22 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच होने वाली शादियां मकर राशि से प्रभावित होती हैं। ऐसी शादी के कपल्स एक जिम्मेदार पति-पत्नी होते हैं जो सारी जिंदगी अहम फैसलों को लेने में ही निकाल देते हैं। रोमांस और खुद के बारे में सोचने के लिए कभी वक्त नहीं निकालते। फ्यूचर लानिंग और आर्थिक स्थिति को सही करने की योजनाएं ही बनाते रहते हैं।कुम्भ राशि से प्रभावित विवाह
भारतीय जलवायु के हिसाब से जनवरी और फरवरी का महीना विवाह के लिए बेस्ट कहलाता है। मौसम भी अच्छा होता है, ना अधिक ठंड और गर्मी का तो नामोनिशान ही नहीं होता। लेकिन एस्ट्रालॉजी के हिसाब से यह समय शादी के लिए कितनीकुम्भ राशि से प्रभावित विवाह
20 जनवरी से 18 फरवरी के बीच हुई शादियां कुम्भ राशि से प्रभावित होती हैं। इस समय हुए विवाह के परिणाम यूनिक यानि कि सबसे अलग होते हैं। और ये विवाह केवल सकारात्मक परिणाम ही देते हैं। पल-पल सरप्राइज और आराम भरी मैरेड लाइफ जीते हैं कुम्भ राशि से प्रभावित शादीशुदा जोड़े।मीन राशि से प्रभावित विवाह
19 फरवरी से 20 मार्च तक हुई शादियां मीन राशि से प्रभावित होती हैं। इस राशि चिह्न से प्रभावित जोड़े एक इमोशनल लाइफ जीते हैं। एक दूसरे को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं और दोनों ना सही तो कम से कम दोनों में से कोई एक ऐसा ज़रूर होता है जो शादी को इसके सही उसूलों के साथ अपनाता है।
सोर्से वेब


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