भारत ने पाकिस्तान से कहा यह लो आतंकियों के सबूत

भारत ने पाकिस्तान से कहा यह लो आतंकियों के सबूत
नई दिल्ली- भले ही पूरी दुनिया में पाकिस्तान भारत विरोधी अभियान चला रहा हो और आतंकवाद से दूर दूर तक लेने देने न होने की बात कह रहा हो लेकिन भारत के पास पाकिस्तानी प्रायोजित आतंकवाद के सबूत हैं | भारत ने उड़ी आतंकी हमले के सिलसिले में दस दिन के अंदर दूसरी बार पाकिस्तान उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब कर नाराजगी जताई और शीघ्र कार्रवाई करने की अपील के साथ उन्हें कुछ अहम सबूत सौंपे। विदेश सचिव एस जयशंकर ने इस दौरान बासित को उड़ी हमले के दो हैंडलर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि घुसपैठ कराने में गाइड का काम करने वाले दो पाकिस्तानी नागरिक इस समय हिरासत में हैं।
भारत ने एक बार फिर से पकिस्तान को कड़ा सन्देश दिया है | भारत ने फिर से दो टूक शब्दों में कहा कि वह सीमा पार से हो रहे आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने पाक उच्चायुक्त को बताया कि प्रारंभिक जांच से खुलासा हुआ है कि उड़ी हमले में मारा गया एक आतंकी हाफिज अहमद, वल्द फिरोज, धारबांग (मुजफ्फराबाद) निवासी था, जिसके पुख्ता सबूत हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने उन्हें पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स के बारे में भी जानकारी दी। इस दौरान भारत ने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान ईमानदारी से जांच के लिए तैयार है तो वह उसे आतंकियों का डीएनए सैंपल और फिंगर प्रिंट सहित कई अन्य अहम सबूत उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।
बासित को बताया गया, ‘उड़ी सेक्टर के ग्रामीणों ने 21 सितंबर को पीओके के दो नागरिकों को पकड़ कर भारतीय सुरक्षा बलों के हवाले किया था जिन्होंने उड़ी के हमलावरों के लिए गाइड का काम किया था और आतंकियों को नियंत्रण रेखा से घुसपैठ कराने में मदद की थी। उनकी पहचान फैजल हुसैन अवान, 20 वर्ष, वल्द गुल अकबर, निवासी पोठा जहांगीर, मुजफ्फराबाद तथा यासीन खुर्शीद, 19 वर्ष, वल्द मोहम्मद खुर्शीद, निवासी खिलियाना कलां, मुजफ्फराबाद के रूप में हुई है। सुषमा स्वराज ने भी अंतर रास्ट्रीय मंच से भी कहा था कि हमारे पास जिन्दा सबूत है |

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