सस्ते के फेर में कहीं आप नकली सामान तो नहीं माँगा रहे कंपनियों ने ग्राहकों को चेताया

सस्ते के फेर में कहीं आप नकली सामान तो नहीं माँगा रहे कंपनियों ने ग्राहकों को चेताया
मुंबई - सीजन त्योहारी है और मार्केट में दुकाने सजी हुई हैं डिस्काउंट का दौर जारी है लेकिन इस डिस्काउंट से जहाँ लेने वाले लोग खुश हैं वहीँ कंपनियों के माथे पर बल पड़ने लगे हैं | देश की नमी गिरामी कंपनी एलजी, विडियोकॉन और गोदरेज जैसी टेलिविजन और वाइट गुड्स बनाने वाली कंपनियां फ्लिपकार्ट, ऐमजॉन और स्नैपडील की फेस्टिव सेल्स में अपने प्रॉडक्ट्स मार्केट रेट्स से 15-25 प्रतिशत कम दाम पर बिकने से नाराज हैं। एलजी और विडियोकॉन ने तो ऑनलाइन सेलर्स को सप्लाई बंद करने की चेतावनी भी दी है।चूँकि आनलाइन कम्पनियाँ बालक में कंपनियों से माल लेती हैं और उन्हें यह प्रोडक्ट काफी कम दाम पर मिलता है जिसके वजह से वे खरीददारों को भी कम दाम पर माल दे देते हैं हालाकि इसकी मार्केटिंग पर काफी जोर दिया जाता है |
लोगों के आनलाइन पर्चेस के रुझानों के कारण अब कंपनियों की डायरेक्ट सेल पर फर्क पद रहा है | प्रॉडक्ट्स के ऑनलाइन प्राइसेज उससे भी 10-15 प्रतिशत कम हैं, जिन पर वे अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स और सेलर्स को सामान बेचती हैं। इससे यह सवाल उठ रहा है कि ऑनलाइन मार्केटप्लेस इतने कम दाम पर सामान कैसे बेच सकते हैं?
एलजी ने अपने ट्रेड पार्टनर्स को एक लेटर भेजकर कन्ज्यूमर्स को इस बात के लिए सावधान करने को कहा है कि इतने कम दाम पर बिकने वाले प्रॉडक्ट्स ‘नकली’ हो सकते हैं। विडियोकॉन ने भी ट्रेड पार्टनर्स को चेतावनी दी है कि अगर वे ऑनलाइन बिक्री करते हैं तो उन्हें ऑफलाइन मार्केट के बराबर कीमत रखनी होगी। ऐसा नहीं करने पर उन्हें सप्लाई बंद की जा सकती है। विडियोकॉन विज्ञापनों और अपनी वेबसाइट के जरिए कन्ज्यूमर्स को यह जानकारी दे रही है कि ऑनलाइन खरीदे जाने वाले एलईडी टीवी, वॉशिंग मशीन और रेफ्रीजरेटर पर कोई वॉरंटी नहीं है।
विडियोकॉन के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर सी एम सिंह ने कहा, 'हम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के साथ बिजनस करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें कम प्राइसिंग को छोड़कर एक ऑल्टरनेट सेल्स चैनल की तरह काम करना होगा। भारी डिस्काउंट देना ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस पर सरकार की गाइडलाइंस का उल्लंघन है।' सरकार की ओर से इस साल की शुरुआत में जारी प्रेस नोट 3 में कहा गया था, 'मार्केटप्लेस को गुड्स और सर्विसेज के दाम को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रभावित नहीं करना चाहिए। उन्हें कॉम्पिटिशन का समान माहौल बरकरार रखना चाहिए।' गोदरेज अप्लायंसेज के बिजनस हेड नीलाद्री दत्ता ने कहा कि कंपनी इस तरह की सेल्स पर नजर रख रही है।उनका कहना था, 'हमें विश्वास है कि सरकार के दखल और रेग्युलेशन से सही माहौल बनेगा।' सूत्रों ने बताया कि विडियोकॉन ने पहले ही ऑनलाइन बिक्री करने वाले छह डीलर्स को सस्पेंड कर दिया है और एलजी ने भी इसी तरह का कदम उठाया है। ऑफलाइन रिटेलर्स का मानना है कि ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस इस तरह का भारी डिस्काउंट जारी रखेंगे क्योंकि उनका मकसद मार्केट शेयर बढ़ाना है। रिटेल चेन ग्रेट ईस्टर्न के डायरेक्टर पुलकित बैद ने कहा, 'जब तक ई-कॉमर्स कंपनियों का मार्केट शेयर का टारगेट पूरा नहीं होता, तब तक वे कॉस्ट प्राइस से कम पर सेल्स जारी रख सकती हैं।'
मामला तो कुल मिलाकर कंज्यूमर पर ही जाता है कि वे दुकानों से सामन लेना चाहते हैं या फिर आनलाइन और इस बारे में फैलाई जा रही अफवाह का कितना असर होता है |
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