मोदी ने लिया जल्दबाजी में कदम अभी एटीएम में नए नोट की प्रोग्रामिंग ही नहीं हुई
Nov 10, 2016, 18:30 IST
नई दिल्ली -अब लग रहा है की सरकार की तैयारी पूरी तरह से हवा हवाई साबित हो रही है | शुक्रवार को भी ज्यादातर एटीएम खुल ही नहीं पाए और जो खुले ही वह भी थोड़ी ही देर में बंद हो गए उसका कारण रहा की सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट बंद किये जाने के बाद एटीएम में पड़े हए 500 के नोट बेकार हो चुके हैं 100 के केवल 4 लाख तक के ही नोट डाले जा सकते हैं जिससे केवल 200 लोगों की जरुरत पूरी हो सकती है |
आरबीआई और सरकार की आज होगी बैठक
खबर है कि सरकार आज आरबीआई के साथ बैठक करने जा रही है जिसमे नोटों की सप्लाई को पूरा करने की रणनीति बनाये जाने पर चर्चा किये जाने को बताया जा रहा है | जैसा की बताया जा रहा है की एटीएम में पांच ट्रे होती है जिसमे 500 ,1000 ,100 जैसे पांच तरह के नोट रखे जा सकते हैं | अभी तक एक एटीएम में 20 लाख तक के नोट लोड किये जाते थे जो अब घटकर केवल 4 लाख तक के ही नोट डाले जाते हैं | अब ऐसे में यह कैसे कल्पना किया जा सकता है की जनता की जरुरत को कैसे पूरा किया जा सकेगा |
वाहवाही में लिया गया कदम
अब जनता भी कहने लगी है की मोदी सरकार ने नोट बंद किये जाने का फैसला बहुत ही जल्दी में लिया गया है और बिना किसी तैयारी के किया गया है | पहले बैंकों को नोटों के प्रोग्रामिंग के लिए तैयार कर उसमे नए नोट डालने के बाद ही यह फैसला किया जाना चाहिए था जिससे आम जनता को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े |
आरबीआई और सरकार की आज होगी बैठक
खबर है कि सरकार आज आरबीआई के साथ बैठक करने जा रही है जिसमे नोटों की सप्लाई को पूरा करने की रणनीति बनाये जाने पर चर्चा किये जाने को बताया जा रहा है | जैसा की बताया जा रहा है की एटीएम में पांच ट्रे होती है जिसमे 500 ,1000 ,100 जैसे पांच तरह के नोट रखे जा सकते हैं | अभी तक एक एटीएम में 20 लाख तक के नोट लोड किये जाते थे जो अब घटकर केवल 4 लाख तक के ही नोट डाले जाते हैं | अब ऐसे में यह कैसे कल्पना किया जा सकता है की जनता की जरुरत को कैसे पूरा किया जा सकेगा |
वाहवाही में लिया गया कदम
अब जनता भी कहने लगी है की मोदी सरकार ने नोट बंद किये जाने का फैसला बहुत ही जल्दी में लिया गया है और बिना किसी तैयारी के किया गया है | पहले बैंकों को नोटों के प्रोग्रामिंग के लिए तैयार कर उसमे नए नोट डालने के बाद ही यह फैसला किया जाना चाहिए था जिससे आम जनता को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े |