नोट बंदी से निपटने के लिए भगवान की शरण में सरकार ......
Nov 14, 2016, 18:30 IST
नई दिल्ली -स्थानीय स्तर पर लोगों को छुट्टे की परेशानी से निजात दिलाने के लिए सरकार ने अब मंदिरों का रुख कर लिया है और मंदिरों से सहयोग माँगा है |
बड़े नोटों की बंदी के बाद जब छोटे नोटों की किल्लत हुई तो सरकार भगवान के शरण में चली गई। देश भर में पैसे को लेकर मचे कोहराम पर कंट्रोल प्लान लेकर आज वित्त सचिव सामने आए। एक तरफ अपनी तैयारियां बताईं, दूसरी तरफ मंदिर ट्रस्टों से अपील कि वो छोटे नोट अपने क्षेत्र के बैंकों में जमा कराएं ताकि लोगों को छुट्टों की कमी ना हो। हालांकि साथ में ये भी कहा कि बैंकों को पास कैश की कमी नहीं है।
मंदिरों में अभी तक 10, 20,50 और 100 के नोट चढ़ाये जाते रहे हैं और मंदिरों के पास छोटे नोटों की कमी नहीं है | सरकार के अपील पर अगर मंदिरों ने बैंकों की तरफ रुख कर दिया तो छोटे नोटों की समस्याएँ स्थानीय स्तर पर ही निपट सकती हैं | दूसरा पहलु यह भी है की अब छोटे मंदिरों के एकाउंट में भी पैसा जमा होने लगेगी |
बड़े नोटों की बंदी के बाद जब छोटे नोटों की किल्लत हुई तो सरकार भगवान के शरण में चली गई। देश भर में पैसे को लेकर मचे कोहराम पर कंट्रोल प्लान लेकर आज वित्त सचिव सामने आए। एक तरफ अपनी तैयारियां बताईं, दूसरी तरफ मंदिर ट्रस्टों से अपील कि वो छोटे नोट अपने क्षेत्र के बैंकों में जमा कराएं ताकि लोगों को छुट्टों की कमी ना हो। हालांकि साथ में ये भी कहा कि बैंकों को पास कैश की कमी नहीं है।
मंदिरों में अभी तक 10, 20,50 और 100 के नोट चढ़ाये जाते रहे हैं और मंदिरों के पास छोटे नोटों की कमी नहीं है | सरकार के अपील पर अगर मंदिरों ने बैंकों की तरफ रुख कर दिया तो छोटे नोटों की समस्याएँ स्थानीय स्तर पर ही निपट सकती हैं | दूसरा पहलु यह भी है की अब छोटे मंदिरों के एकाउंट में भी पैसा जमा होने लगेगी |