अब डाकघरों के अधिकारीयों पर गिरी गाज अधिकारी गिरफ्तार काले धन को सफ़ेद करने में निभाई थी भूमिका

अब डाकघरों के अधिकारीयों पर गिरी गाज अधिकारी गिरफ्तार काले धन को सफ़ेद करने में निभाई थी भूमिका
नई दिल्ली - नोटबंदी के बाद कुछ बैंक और पोस्ट आफिस के लोगों ने काले को सफ़ेद करने में जिस तरह से हाथ बताया उस पर बैंक वालों पर गाज तो गिरी ही थी अब डाकघर के भी लोग घेरे में आना शुरू हो गए हैं | सीबीआई ने दो करोड़ 95 लाख रुपये की पुरानी करेंसी बदलने के गोरखधंधे में डाकघर के तीन वरिष्ठ अधिकारियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। डाकघर के जिन तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है उनमें जी.श्री निवास, जी.रवि तेजा तथा के.सुरेश कुमार हैं। ये सभी ऑफिस सहायक के पद पर हैदराबाद में कार्यरत हैं जबकि चौथा आरोपी शेख अब्दुल गनी है। इंडियन पोस्टल सर्विस के अधिकारी के.सुधीर बाबू हैं और उनके ही आदेश पर पोस्ट ऑफिस से 500 और 1000 रुपये के नोट लेकर 2000-2000 की नई करेंसी दी गई थीइस सिलसिले में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और इस गोरखधंधे में शामिल इंडियन पोस्टल सर्विस 2011 बैच का एक अधिकारी भी सीबीआई के रडार पर है। डाकघर विभाग के अधिकारियों के यहां से 17 लाख दो हजार रुपये की नई करेंसी भी बरामद की गई है।
बताया गया कि पहली प्राथमिकी में डाक घर के वरिष्ठ अधीक्षक, वरिष्ठ डाकघर मास्टर, ऑफिस सहायक सहित अज्ञात अधिकारियों को नामजद किया गया है।
दूसरी प्राथमिकी में वरिष्ठ अधीक्षक, सब डाक मास्टर, कैश ओवरशियर, अज्ञात अधिकारी तथा तीसरी वरिष्ठ अधीक्षक डाकघर तथा अन्य हैं। इंडियन पोस्टल सर्विस के अधिकारी सुधीर बाबू तीनों प्राथमिकी में शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि हिमायत नगर डाकघर से उनके कहने पर रवि तेजा ने 36 लाख रुपये की पुरानी करेंसी लेकर एक प्राइवेट व्यक्ति को नई करेंसी दी थी। सीबीआई ने चार आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनके आवास से लेपटॉप, मोबाइल फोन, नगदी तथा अन्य दस्तावेज बरामद किये हैं। बताया गया कि नोट बदली के इस गोरखधंधे में एक महिला अधिकारी जो कि एसपीएम के पद पर कार्यरत हैं उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।
माना जा रहा है की ३०दिसम्बर के बाद बड़े पैमाने पर बैंक और डाकघरों के भ्रष्ट अधिकारीयों और कर्मचारियों पर कार्यवाई होगी |

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