आधा दर्जन मंत्रियों व 53 विधायकों ने खोया सपा मुखिया का भरोसा
लखनऊ (नरेश दीक्षित )- सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने फ़रवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आज जिन 325 पार्टी प्रत्याशियों की सूची जारी की उनमे अखिलेश सरकार के तीन मंत्रियों व 53 विधायकों के नाम ढूंढे नहीं मिले | इतना ही नहीं कई मंत्रियों का टिकट तो बच गया लेकिन उनका क्षेत्र बदल कर नेताजी ने अपनी नाराजगी जरुर जता दी है | सबसे ज्यादा चौंकाने वाला जिस कैबिनेट मंत्री का टिकट कटा है वह राजधानी से सटे बाराबंकी जनपद के रामनगर क्षेत्र के विधायक अरविन्द सिंह गोप का है | अब इस क्षेत्र से पूर्व केन्द्रीय संचार मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा प्रत्याशी बनाये गए हैं |इसके अलावा बलिया जनपद के रहने वाले समाज कल्याण मंत्री राम गोविन्द चौधरी व फैजाबाद निवासी राज्यमंत्री पवन पाण्डेय का भी टिकट काट दिया गया है |
सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर काटे गए टिकट
सूबे के 224 सपा विधायकों में से जिन 53 विधायकों का टिकट सपा प्रमुख ने काट दिया है उनमे अधिकतर सीएम अखिलेश यादव के खास हैं | यह बात अलग है कि सपा मुखिया ने पार्टी जिलाध्यक्षों व अपने अन्य करीबियों के जरिए एक -एक विधायक की गतिविधियों व कारगुजारियों की अलग से जानकारी मंगाई थी जिसमें जिन विधायकों ने अपने निहित स्वार्थों के तहत पार्टी कार्यकर्ताओं व मतदाताओं का भरोसा खो दिया था उन्हें बिना किसी से राय मशविरा लिए इस बार टिकट से वंचित कर दिया गया |
चुनाव से पहले सपा प्रमुख ने दिखाए तेवर
गोंडा सदर के विधायक व कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार सिंह उर्फ़ पंडित सिंह को जनपद की तरबगंज विधानसभा सीट से टिकट देकर सपा प्रमुख ने अपनी नाराजगी जता दी है | मुलायम सिंह यादव ने कई मंत्रियों व दर्जनों विधायकों के टिकट काटकर जो चाबुक चलाई है उसके दर्द का एहसास टिकट कटने वाले विधायको से ज्यादा पाने वाले विधायकों को हो रहा है | चुनाव से ठीक पहले सपा प्रमुख के तीखे तेवर से साफ़ जाहिर है कि अब जुगाड़ व सिफारिश से सपा का टिकट मिलने वाला नहीं है |