चुस्त और दुरुस्त रहने के लिए ये पियें

चुस्त और दुरुस्त रहने के लिए ये पियें
उत्तर प्रदेश -आम तौर पर सर्दी होने या शा‍रीरिक पीड़ा होने पर घरेलू इलाज के रूप में हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन आप को जानक कर हैरानी होगी कि हल्दी वाले दूध के एक नहीं अनेक फायदे हैं नहीं जानते तो हम बता हल्दी अपने एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुणों के लिए जानी जाती है लेकिन जब दोनों के गुणों को मिला दिया जाए और जब चोट लग जाए यदि किसी कारण से शरीर के बाहरी या अंदरूनी हिस्से में चोट लग जाए तो हल्दी वाला दूध पीने से उसे जल्द से जल्द ठीक करने में बेहद लाभदायक है। क्योंकि यह अपने एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुणों शारीरिक दर्द शरीर के दर्द में हल्दी वाला दूध आराम देता है। हाथ पैर व शरीर के अन्य भागों में दर्द की शिकायत होने पर रात को सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन करें। त्वचा हो साफ और खूबसूरत दूध पीने से त्वचा में प्राकृतिक चमक पैदा होती है और दूध के साथ हल्दी का सेवन एंटीसेप्टिक व एंटी बैक्टीरियल होने के कारण त्वचा की समस्याओं जैसे इंफेक्शन खुजली मुंहासे सर्दी होने पर सर्दी जुकाम या कफ होने पर हल्दी वाले दूध का सेवन अत्यधिक लाभकारी साबित होता है। इससे सर्दी जुकाम तो ठीक होता ही है साथ ही गर्म दूध के सेवन से फेफड़ों में जमा

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