जल्द गूजेंगी बब्बर शेर के बच्चों की किलकारियां !

जल्द गूजेंगी बब्बर शेर के बच्चों की किलकारियां !
कानुपर।उत्तर प्रदेश के कानपुर में दो साल बाद 11 दिसम्बर को कानपुर प्राणि उद्यान में बब्बर शेर की दहाड़ सुनाई दी थी।जिसके बाद अब लगभग 100 दिन बाद बब्बर शेर के जोड़ों के साथ उनके बच्चों की किलकारियां भी प्राणि उद्यान में गूजेंगी।डाक्टरों के मुताबिक शेरनी जल्द ही मां बन जाएगी और वह स्वस्थ्य है।मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आदेशानुसार कानपुर प्राणि उद्यान से लायन सफारी कई शेर भेज दिये गये।जिससे यहां पर दर्शकों का आना कम हो गया और रही सही कसर चिंपाजी छज्जू की मौत ने पूरी कर दी।दर्शकों में भारी गिरावट को देखते हुए प्राणी उद्यान प्रशासन ने कई दौर के बाद 10 दिसम्बर को रायपुर के नंदन प्राणि उद्यान से बब्बर शेर का जोडा लाया गया।जिसमें नर अजय व मादा अंजली है।यह जोड़ा पहली बार 11 दिसम्बर को सुबह दहाड़ लगाया और प्राणि उद्यान में बब्बर शेर के जोडे के आने से दर्शकों की संख्या में इजाफा हो गया। लेकिन अब यहां के दर्शकों को जल्द ही बब्बर शेर के अलावा उनके शावकों की किलकारियां भी सुनाई देगीं।प्राणी उद्यान के डाक्टर यू.सी.श्रीवास्तव ने बताया कि यहां की आबोहवा से बब्बर शेर का जोडा रम गया है और पूरी तरह से वह खुशहाल है।बताया कि बीते दो सप्ताह से दोनों को एक साथ रखा जा रहा है और इस समय शेरनी अंजली एक हफ्ते की गर्भ से है।जांच में शेरनी पूरी तरह से स्वस्थ्य है और उसकी देखरेख अब विशेष रूप से की जा रही है.डा.श्रीवास्तव ने बताया कि अभी तक पांच-पांच किलो मीट दिया जाता था,पर अब शेरनी के गर्भ को देखते हुए उसके खान-पान में बदलाव किया गया है। बताया कि मीट के साथ अंडे, दूध भी दिया जा रहा है और समय-समय पर ताकत की चीजे भी दी जाएंगी। कहा कि इसके लिए एक डाक्टर व तीन कर्मचारियों की टीम को लगाया गया है जो शेरनी की हर गतिविधियों पर नजर रखेगी।

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