आपकी तेजी कहाँ चली जाती है साहब

आपकी तेजी कहाँ चली जाती है साहब
फैजाबाद:(रिपोर्ट-अभिषेक गुप्ता)साहब अतिक्रमण पर आपकी तेजी सराहनीय है। अपराधियों के खिलाफ यह तेजी कहां चली जाती है। थानो और तहसील दिवस में न्याय क्यो नहीं मिलता। ऐसे कई सवाल है जो इलाहाबाद में डाक्टर की मौत के बाद पूरे प्रदेश में उठ रहे है। महिलाओं से जुड़े मामलो थाने से दुत्कार मिलती है। कई तस्वीरे है जो थाने और तहसील व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती है। राशन कार्ड मिलना पात्रों के लिए टेढ़ी खीर बन गया है। क्या इन सब के लिए केवल सरकार जिम्मेदार है। प्रशासन नहीं।बात महिला उत्पीड़न की करते है। सरकार द्वारा इस पर लगातार कड़े कदम उठाने के निर्देश दिये जाते रहे है। परन्तु थानो की हकीकत कुछ और है। हर दिन थानो की कारवाई पर प्रश्नचिन्ह लगाती खबरें प्रकाश में आ जायेंगी। महिला उत्पीड़न की एक घटना जिसमें रेप पीड़िता की बहन ने एक माह तक न्याय के लिए संघर्ष किया। अधिकारियों का चक्कर लगाया। मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की चेतावनी दी परन्तु पुलिस रेप के आरोपी को बचाती रही। थक हार कर युवती ने राहुल गांधी की सभा में हंगामा किया और मामला मीडिया की सुर्खिया बना तो पुलिस 24 घंटे पर रेप के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।यहां अपराधियों इतने हौसले बुलंद है कि क्षेत्रीय पशु तस्करों ने गोवंश को ले जाते समय पुलिस पर गोली चला दी। इसमें एक सिपाही की मौत हो गयी। आश्चर्यजनक यह रहा कि मौके पर पुलिस के साथी सिपाही कुछ नहीं कर सके। आराम से सभी पशु तस्कर फरार हो गये। हालांकि काफी फजीहत के बाद पुलिस ने इन पशु तस्करों के गिरफ्तार किया परन्तु यह घटना भी प्रशासन के उपर प्रश्नचिन्ह लगा गयी।

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