अधिकारियो ने कानपुर रेल हादसा की पूरी ना मिली जानकारी तो ले लिया ISI का नाम

अधिकारियो ने कानपुर रेल हादसा की पूरी ना मिली जानकारी तो ले लिया ISI का नाम
उत्तर प्रदेश-UP के कानपुर में हाल ही में हुई रेल दुर्घटना के पीछे ISI की बात सामने आ रही है। बिहार के घोड़ासहन रेल ट्रैक बम कांड के सिलसिले में गिरफ्तार अपराधियों ने इसका खुलासा किया है।गिरफ्तार अपराधियों में मोती पासवान, उमाशंकर पटेल और मुकेश यादव शामिल हैं। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI नेपाल को बेस बनाकर बिहार के रास्ते भारत में ट्रेनों को उड़ाने की साजिश रच रहा है। ऐसे ही दो मामलों का खुलासा हुआ है।
ISI का नाम सामने आया है
कुछ दिनों पहले कानपुर में हुई ट्रेन दुर्घटनाओं में ISI की संलिप्तता थी। ISI ने बिहार के घोड़ासहन में भी ट्रेन को उड़ाने की साजिश रची थी, जो नाकाम रही। यह सनसनीखेज खुलासा बिहार पुलिस ने मंगलवार को किया। कानपुर रेल दुर्घटना महज एक हादसा थी पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके तार कानपुर जैसी ही घटना रक्सौल-दरभंगा रेल लाइन पर अंजाम देने की कोशिश से जुड़ा है कि कानपुर की घटना में भी उक्त आरोपियों का हाथ हो सकता है। कि इंदौर-पटना एक्सप्रेस 20 नवंबर को कानपुर के पुखरायां रेलवे स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। उस हादसे में करीब 150 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।साजिश के पीछे दुबई में बैठे एक शख्स का हाथ इस पूरे रैकेट के पीछे दुबई में बैठा एक शख्स है, जो भारत में तबाही के लिए नेपाल के भाड़े के लोगों का इस्तेमाल कर रहा है। उसका नाम शमसुल होदा बताया जा रह हैजो पाक की बदनाम खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ा हुआ है।
पुलिस ने रक्सौल दरभंगा रेल लाइन पर बम बरामद
एक अक्टूबर को रक्सौल-दरभंगा रेल लाइन पर एक बम बरामद हुआ। पुलिस ने बम डिफ्यूज कर दिया। इसके बाद कानपुर में 20 नवंबर को रेल हादसा हुआ। इसी बीच 25 दिसंबर को पूर्वी चंपारण के आदापुर इलाके से चाचा और भतीजा के गायब होने की सूचना पुलिस को मिली। पुलिस अभी उनकी खोजबीन कर ही रही थी कि उनका शव 28 दिसंबर को उसी इलाके में बरामद हो जाता है। पुलिस ने हत्या के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनके नाम हैं मोती पासवान, उमाशंकर पटेल और मुकेश यादव
चाचा और भतीजा ने ली थी घोड़ासहन ट्रेन उड़ाने की सुपारी
इन तीनों से पुलिस जब कड़ाई से पूछताछ करती है तब अहम जानकारियां हासिल हुईं। इन चाचा-भतीजा ने ही घोड़ासहन में ट्रेन उड़ाने की सुपारी ली थी। सुपारी देने वाले का नाम है ब्रजकिशोर गिरि, जो नेपाल का निवासी है। नेपाल में भी ब्रजकिशोर के साथ दो अन्य आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनके नाम हैं मुजाहिर अंसारी और शंभू गिरि। मिशन में फेल होने पर कर दी चाचा-भतीजे की हत्या पूर्वी चंपारण के एसपी जीतेंद्र राणा ने बताया कि चाचा-भतीजा की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वो अपने मिशन में फेल हो गए थे। ट्रेन के गुजरने के दौरान वे पटरी पर ब्लास्ट नहीं कर पाए। इस साजिश में कुल 10 आरोपी हैं, जिनमें दो की हत्या हो चुकी है और 6 को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं दो आरोपी अभी भी फरार हैं। कि कानपुर रेल दुर्घटना कराने की साजिश भी रची गई थी।

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