जानिए आपके ग्रहों के शुभ फल में बदलाव के कारण और वास्तु का प्रभाव---

जानिए आपके ग्रहों के शुभ फल में बदलाव के कारण और वास्तु का प्रभाव---
प्रिय पाठकों/मित्रों, हमारी जन्म कुंडली में कुछ ग्रह ऐसे होते है जो हमको शुभ फल देने वाले माने जाते है लेकिन कई बार उनका शुभ फल नही मिलता जिसका कारण जातकके घर में कुछ वास्तु दोष होना होता है| आज इसी विषय पर चर्चा करते है| प्रिय पाठकों/मित्रों, वास्तुशास्त्री पंडित दयानंद शास्त्री ने बताया की बुद्ध ग्रह ज्योतिष में व्यवासय बहन बुआ बेटी बुद्धि आदि का कारक है जब बुद्ध से सम्बन्धित सीढियों के निचे हम बाथरूम टॉयलेट या किचन बनाकर बुद्ध को खराब कर लेते है या घर में तुलसी का पोधा जो की बुद्ध का ही होता है के साथ में कांटे वाले पेड़ पोधे लगा देते है तो बुद्ध के दुस्फ्ल हमे मिलने लगते है और बुद्ध से सम्बन्धित कारको को समस्या का सामना करना पड़ता है | वास्तुशास्त्री पंडित दयानंद शास्त्री ने बताया की शुक्र हमारे ऐश आराम पत्नी धन दौलत लक्ष्मी जी आदि के कारक है जब घर में हम कच्ची जगह यानी की शुक्र ही न रखे रुई देशी घी आदि शुक्र की चीजों को जलाने का काम करते है तो एक तरह से शुक्र को हम कमजोर कर रहे होते है ऐसे में घर में स्त्रियों को कोई न कोई समस्या का सामना करना पड़ता है | प्रिय पाठकों/मित्रों, वास्तुशास्त्री पंडित दयानंद शास्त्री ने बताया की हमारे आवास/घर का ब्रह्म स्थान यानी की मध्य भाग अहम भूमिका निभाता है और यदि हम उसके उपर कुछ निर्माण कर लेते है तो घर के सदस्यों को मानसिक समस्या का सामना करना पड़ता है | इसी तरह यदि घर के ईशान कोण में राहू की चोजों जैसे की कबाड़ टॉयलेट आदि बना लें तो घर के सभी सदस्यों को कोई न कोई परेशानी का सामना करना पड़ता है | वास्तुशास्त्री पंडित दयानंद शास्त्री ने बताया की सूर्य की रौशनी को छत में लोहे की जाली शनी लगाकर अंदर आने का प्रबंध कर देना घर के सदस्यों को स्वास्थ्य और विवाहिक जीवन में दिक्कत देने वाला होता है | वास्तुशास्त्री पंडित दयानंद शास्त्री ने बताया की दक्षिण दिशा उर्जा को खींचने वाली मानी गई है इसिलिय इस दिशा में कोई भी दरवज़ा या जंगले आदि नही रखने चाहिए वरना इस से घर के सदस्यों में होसले की कमी आ जाती है |. वास्तुशास्त्री पंडित दयानंद शास्त्री ने बताया की शौचालय/टॉयलेट से हमेशा नेगेटिव उर्जा निकलती रहती है इसिलिय टॉयलेट का गेट हमेशा बंद रखना चाहिए | प्रिय पाठकों/मित्रों, वास्तुशास्त्री पंडित दयानंद शास्त्री ने बताया की एक बात का खास ध्यान रखे की जब भी कुंडली में कोई ग्रह बुरे फल देने वाला सिद्ध हो रहा हो तो उस से सम्बन्धित वस्तु शरीर या घर में कायम न करे जैसे की उस ग्रह से सम्बन्धित नग न पहने और घर में उस से सम्बन्धित वस्तु को कायम न होने दें जैसे की आपकी कुंडली में मंगल बद्द है तो घर में अनार का पेड़ न लगाये या फिरे जैसे की बुद्ध खराब है तो चोडे पतों वाले पेड़ या बैल न लगाये | इसी प्रकार राहू खराब है तो कबाड़ इक्कठा न होने दें | वास्तुशास्त्री पंडित दयानंद शास्त्री ने बताया की जो भी आपका ग्रह है उस से सम्बन्धित वस्तु का आपको कम से कम प्रयोग करना है हालाँकि बहुत सी वस्तु चाहे वो किसी भी ग्रह से सम्बन्धित हो हमारे जीवन में उनका प्रयोग करना परम आवश्यक हो जता है इसिलिय जितना बच सके बचे | प्रिय पाठकों/मित्रों, वास्तुशास्त्री पंडित दयानंद शास्त्री ने बताया की वास्तु में अन्य भी बहुत सी चीजें होती है जिस पर आगे समयानुसार पोस्ट डालने की कोसिस की जायेगी | यदि आपकी कुंडली के ग्रह बहुत अच्छे है लेकिन वो आपको अपना पूर्ण रूप से अच्छा फल नही दे रहे है तो कंही न कंही आपके घर में उस ग्रह को खराब करने वाली चीज काम अवस्य मिलेगी | श्रीमान जी, धन्यवाद.. Thank you very much . पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री,

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