मृत्यु के बाद आत्मा 3 मिनट तक शरीर के पास रहती है और रोती है और कहाँ कहाँ जाती है आत्मा.....फिर

मृत्यु के बाद आत्मा 3 मिनट तक शरीर के पास रहती है और रोती है और कहाँ कहाँ जाती है आत्मा.....फिर

डेस्क - अपने जीवन में अच्छे और बुरे कर्म दोनों ही करता है... जब मृत्यु घटित होती है तो मनुस्य के कर्मो के अनुसार यमलोक में जाने का रास्ता तय होता है.... मनुस्य ने अपने अच्छे कर्म के साथ साथ थोड़ा भी बुरा कर्म किया है तो उसे उसके सजा मिलती है फिर उसे अपने अच्छे कर्मो के अनुसार सुख मिलता है... इस विडियो को देख कर बहुत लोगों का सवाल आया जिनमे से एक है "यहाँ दो प्रकार के confusion हैं ,एक तो यह , जैसे आप ने कहा की जो अच्छे कर्म करता है उसके लिए यमलोक तक का मार्ग काफी सुखमय होता है , और जिसने जीवन में बुरे कर्म किये होते हैं , उसके लिए यमलोक तक का मार्ग काफी दुर्गम और कठिन होता है , दररसल यह देखा गया है , की लोग अपने जीवन में बहुत सारे अच्छे कर्म भी करते हैं , और बुरे भी , तो फिर उन आत्माओं को यमलोक किस मार्ग से ले जाया जाता है ?दूसरी बात , अगर मनुष्य को उसके किये की सजा इसी मार्ग में मिल जाती हो , चाहे बुरे कर्म का बुरा फल और अच्छे कर्म का अच्छा फल , तो फिर आत्मा को नए शरीर धारण करने की जरुरत ही क्या पड़ेगी ? हिसाब तो यहीं बराबर हो गया ?"

आप खुद ही ये विडियो देखें और जाने


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