यूपी की इस बेटी ने किया कमाल, 26 फरवरी को रचेगी इतिहास

यूपी की इस बेटी ने किया कमाल, 26 फरवरी को रचेगी इतिहास

डेस्क - यूपी के सुलतानपुर में मतदान पांचवें चरण में 27 फरवरी को होना है, लेकिन इससे पहले यहां के लोगों की निगाहें 26 फ़रवरी को होने वाले मिस इंडिया कांटेस्ट के फाइनल पर भी है. और हो भी क्यों नहीं, यूपी के सबसे पिछड़े जिलों में शुमार सुलतानपुर की एक बेटी मिस इंडिया के फाइनल में जो पहुंची है.

सुलतानपुर की इस बेटी ने अपनी प्रतिभा से पूरे देश में न सिर्फ अपना लोहा मनवाया है बल्कि जिले का सिर भी गर्व से ऊंचा किया है. कांग्रेसी नेता राम शिरोमणि वर्मा की बेटी शताक्षी सिंह ने मिस इंडिया कांटेस्ट में लगभग 4000 हजार प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए इस कांटेस्ट के फाइनल राउंड में जगह बनाने में कामयाब हुई हैं.

अपनी बेटी की इस सफलता से गदगद मां अलका सिंह ने बताया कि शताक्षी बचपन से ही कहती थी कि उसे मॉडलिंग में जाना है. उस वक्त तो उन्होंने उसे पढ़ाई पर ध्यान लगाने की बात कहकर शांत करवा दिया. लेकिन जब शताक्षी बायोटेक में इंजीनियरिंग करने देहरादून गई तो वहां मिस इंडिया का ऑडिशन हो रहा था. उसने हमसे इजाजत मांगी और हमने भी हां कर दिया. लेकिन सोचा नहीं था कि वह फाइनल तक पहुंचेगी. लेकिन उसकी इस कामयाबी के पीछे उसकी लगन और मेहनत ही है. अब उसका कहना है कि वह इसे जीत कर ही दम लेगी.

बता दें कि 26 फरवरी को मिस इंडिया के इस कांटेस्ट का फाइनल दिल्ली में होना है.

मिस इंडिया के फाइनल मैच में पहुंचने वाली शताक्षी सिंह ने पहली कक्षा से कक्षा आठ तक शहर के गुरूचरन पब्लिक स्कूल में शिक्षा ग्रहण की है. कक्षा 9 से 11 तक की शिक्षा सेंट जेबियर्स स्कूल में ली. इंटर क्लास की पढ़ाई करने के बाद वे देहरादून चली गई और वहां उन्होंने गांधीकेरा कॉलेज में पढ़ाई करनी शुरू कर दी.

सताक्षी के पिता राम शिरोमणि वर्मा कांग्रेस के नेता हैं और उन्होंने लम्भुआ सीट से 2012 में विधायकी का चुनाव भी लड़ा था. लेकिन इस बार कांग्रेस-सपा के बीच गठबंधन की वजह से वे सपा प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं. मां अलका सिंह सरकारी वकील और भदैया ब्लॉक प्रमुख के पद पर रह चुकी हैं.

मां अलका सिंह ने बताया कि शताक्षी का बचपन से ही सपना रहा है कि वह कैंसर पीड़ितों के लिए कुछ करे. अगर उसे कामयाबी मिलती है तो वे एक कैंसर हॉस्पिटल जरू खोलेंगी.


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