शुक्र है प्रदेश में जातिवाद हारा
(राजीव )इस बार का प्रदेश में असेम्बली इलेक्शन कई मायनों में बहुत ही अलग है प्रदेश की जनता ने जातिवाद को पूरी तरह से नकार दिया है । एक तरफ जहाँ समाजवादी पार्टी मुस्लिम और यादव समीकरण को लेकर राजनीति करती रही । उसी बीच बसपा ने भी दलित और ब्राह्मण के समीकरण को छोड़कर दलित और मुस्लिम का राग अलापा और जो अभी तक चुनावी रुझान रहे हैं उससे साफ है कि जातिवाद को मोह की खानी पड़ी है ,प्रदेश की जनता ने जाती के वोटों की ठेकेदार पार्टियों को न सिर्फ नाकारा है बल्कि धूल चटाई है ।
मोदी ने जिस तरह से गरीबों के लिए उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों को गैस सिलेंडर बिना किसी जाति धर्म को देखे मदद किया है उसने भी काफी इस चुनाव को प्रभावित किया है ।
जिस तरह से एक वर्ग की ठेकेदारी की जा रही थी उसका ध्वस्त होना लोकतंत्र के लिए बेहतर संकेत है साथ ही प्रदेश के लोगों की विकास परक सोच को भी सम्मान दिया है ।