दिवालिया होने के कगार पर बीसीसीआई

दिवालिया होने के कगार पर बीसीसीआई

डेस्क --- सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त क्रिकेट प्रशासकों और राज्य संघों के बीच चल रहे घमासान की वजह से 5 अप्रैल से शुरू होने जा रहे आईपीएल 2017 खेल पर खतरे की घंटी मंडराती दिख रही है। हाल ही में एक इंटरव्यू में बीसीसीआई के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस बात का खुलासा हुआ है कि अगर आईपीएल का आयोजन रद्द हुआ तो बीसीसीआई को तकरीबन 2500 करोड़ का भारी नुकसान होगा जिससे उसकी हालत काफी खराब हो सकती है।

  • हर साल आईपीएल के एक मैच के लिए राज्य संघ को 60 लाख रूपए मिलते हैं, जिनमें से 30 लाख रूपए उसे बीसीसीआई देता है और बाकी के 30 लाख उसे आईपीएल की फ्रेंचाइजी टीमों से आते हैं, जिनका प्रयोग वो खेल, अभ्यास, लाइटिंग, मैदान को तैयार करने और ग्राउंड स्टाफ पर करते हैं।
  • पिछले कुछ सालों से बीसीसीआई राज्य संघों को मैच से पहले कुछ पैसा दे देता था और बाकी पैसे मैच के दौरान या बाद में दिए जाते थे। इस बार सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई के फंड जारी करने पर रोक लगाई हुई है। कोर्ट का कहना है कि राज्य संघों के लोढ़ा समिति की सिफारिशें मानने तक उन्हें फंड नहीं दिया जा सकता है। 5 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है आईपीएल ऐसे में सभी राज्य संघों ने साफ कहा है कि जब तक उन्हें बीसीसीआई फंड नहीं देगा वो मैच नहीं करा सकते हैं..

  • सुप्रीम कोर्ट और नए बीसीसीआई प्रशासकों के कड़े रुख के बाद कई बीसीसीआई अधिकारियों को अपना पद छोड़ना पड़ा है। अब अगर बीसीसीआई अपने राज्य संघों को आईपीएल मैचों के लिए पैसा रिलीज नहीं कर पाता है तो राज्यों के क्रिकेट संघ मैच करवाने से हाथ खड़े करते हैं। ऐसा हुआ तो बीसीसीआई की इमेज को झटका लग सकता है।


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