MDH मसाले वाले ताऊ पहले चलाते थे तांगा और आज भी दिल्ली में नंगे पैर जाते है ये

MDH मसाले वाले ताऊ पहले चलाते थे तांगा और आज भी दिल्ली में नंगे पैर जाते है ये

स्पेशल डेस्क - अनिरुद्ध शुक्ल- टीवी पर आपने अक्सर MDH मसाले के विज्ञापन में इन लाल पगड़ी वाले बुज़ुर्ग को तो देखा ही होगा, पर क्या आप इनका नाम जानते है, क्या आप ये जानते है ये यहाँ तक कैसे पहुचे, शायद नहीं जानते होंगें तो आज हम आपको इनकी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे है जो शायद आप न जानते हो.

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  • ये है "धर्मपाल गुलाटी" जिनकी उम्र लगभग 94 साल की हो चुकी है, मसाला किंग नाम से मशहूर गुलाटी जी की जिंदगी काफी उतार चढ़ाव वाली रही
  • इनके पिता की "महाशय चुन्नीलाल" की सियालकोट में 'महाशय दी हट्टी' नाम से दुकान थी। इसी दूकान से आया है MDH मसाला, भारत के बंटवारे के वक्त परिवार सियालकोट से दिल्ली के करोलबाग में आकर बस गया था
  • धरमपाल जी अपने पिता जी के साथ दिल्ली आये और दिल्ली में तांगा चलाने लगे
  • फिर इन्होने धीरे धीरे मसालों को कूट कर बेचना शुरू किया
  • घर के मुखिया धर्मपाल के बिना घर में कोई भी निर्णय नहीं लिया जाता है
  • धर्मपाल आज भी जब करोलबाग जाते है तो वो वहां पर कभी चप्पल या जूता पहन कर नहीं जाते है क्युकी वो दिल्ली के करोलबाग को अपना मंदिर जैसा मानते है
  • उनका मानना है की इसी करोलबाग ने उन्हें सब कुछ दिया है वो यहाँ खाली हाथ आये थे
  • 1919 में#MDH मसाले की हुई थी शुरुवात

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जब धरमपाल दिल्ली आये थे तब उस समय उनके पास केवल 1500 रुपये ही थे, जिनमे से 650 रुपये का उन्होंने टांगा ख़रीदा और न्यू दिल्ली स्टेशन से कुतब रोड और करोल बाग़ से बड़ा हिन्दू राव तक उसे चलाते थे

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महाशय धरमपाल बच्चों की भी सहायता करने से नही चुके, कई स्कूलो को स्थापित कर के उन्होंने बच्चों को मुफ़्त में शिक्षा दिलवाई. उनकी उनकी संस्था कई बहुउद्देशीय संस्थाओ से भी जुडी है, जिसमे मुख्य रूप से MDH इंटरनेशनल स्कूल, महाशय चुन्नीलाल सरस्वती शिशु मंदिर, माता लीला वती कन्या विद्यालय, महाशय धरमपाल विद्या मंदिर इत्यादि शामिल है.

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उन्होंने अकेले ही 20 से ज्यादा स्कूलो को स्थापित किया, ताकि वे गरीब बच्चों और समाज की सहायता कर सके. रोज वे अपना कुछ समय उन गरीब बच्चों के साथ व्यतीत करते है और बच्चे भी उनसे काफी प्यार करते है. जो इंसान करोडो रुपयो का व्यवसाय करता हो उसे रोज़ उन गरीब बच्चों को समय देता देख निश्चित ही हमें आश्चर्य होंगा.

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