जब सत्ता और शराब के नशे में चूर हुआ भाजपा नेता का पुत्र !

जब सत्ता और शराब के नशे में चूर हुआ भाजपा नेता का पुत्र !
रिपोर्ट - शारिक परवेज, पीलीभीत - भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश गंगवार के पुत्र दक्ष गंगवार को सत्ता के नशे में प्रतिबंधित पीलीभीत टाईगर में अपनी दबंगई दिखाना महंगी पड गयी। सत्ता और शराब के नशे में चूर उनके बेटे ने जमकर चूका स्पाट पर हंगामा काटा। जिसके बाद वनकर्मियों ने जमकर भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे और उसे तीन साथियों की जमकर पिटाई की औश्र वन अधिनियमों की अवहेलना करने की रिपोर्ट वन विभाग में लिखी। इसी के बाद पीटे-कुटे जिलाध्यक्ष के पुत्र सीधे चूका से माधोटांडा पहुॅचे जहाॅ सत्ता के रूतबे के आगे पुलिस ने नत्मस्तक होकर जिलाध्यक्ष के पुत्र के मित्रों की तहरीर पर वनकर्मियों पर ही मुकदमा दर्ज किया है। वहीं वनकर्मियों की तहरीर पर पुलिस ने एसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामला सत्ता पक्ष से जुड़ा होने के चलते डीएफओ और एसडीओ भी चूका स्पॉट पहुंचे और मामले की जानकारी ली। जिलाध्यक्ष के पुत्र के दोस्त ने डिप्टी रेंजर सहित तीन नामजद व कुछ अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ माधोटांडा थाने में तहरीर दी जिसपर मुकदमा कायम हो गया है। तो वहीं वन विभाग की ओर से 4 लागो के विरूद्व मुकदमा दर्ज हुआ है।
  • पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पर्यटन सीजन का अंतिम दिन 15 जून था। इसमें अन्य पर्यटकों के अलावा भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश गंगवार के पुत्र डॉ. दक्ष गंगवार अपने मित्रों के साथ पहुंचे। डीएफओ की मौखिक अनुमति पर पहुंचे दक्ष गंगवार ने चूका बीच के गेट नंबर चार से एंट्री की। इसके बाद वह चूका पहुंचे और अपनी गाड़ियां पार्किंग में रोकने के बजाय गेट के अंदर ले गए। इस पर जब स्टाफ ने मना किया तो वह उलझने लगे। वनकर्मियों की माने तो डिप्टी रेंजर मोबिन आरिफ के कहने पर उन्होंने गाड़ियां गेट के बाहर कर ली और गाड़ी में बैठ कर शराब पीने लगे। कुछ देर बाद वह लोग कैंटीन पहुंचे। यहां किसी बात को लेकर कहासुनी होने पर उन्होंने कर्मचारियों से अभद्रता कर गाली गलौज शुरू कर दी। इस पर चूका स्पॉट के सभी कर्मचारी एक हो गए और उन्होंने दक्ष गंगवार सहित सभी की जमकर पिटाई कर दी। मामला सत्ता पक्ष से जुड़ी पार्टी के जिलाध्यक्ष का था इसलिए आननफानन में डीएफओ कैलाश प्रकाश, एसडीओ केपी सिंह, महोफ रेंजर गिरिराज सिंह घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने निरीक्षण कर लोगों से घटना की जानकारी ली। इसके बाद मामले को निपटाने का प्रयास भी हुआ लेकिन बात नहीं बनी। बेटे की पिटाई से क्षुब्ध जिलाध्यक्ष ने अपने पुत्र को बचाते हुये माधोटांडा थाने पहुंचकर डिप्टी रेंजर सहित तीन नामजद व कुछ अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर दी है। इसपर वन विभाग ने जब मौके पर शराब की खाली केन, नमकीन-चिप्स के खाली पाउच बरामद किये और वनकर्मियों के साथ अभद्रता करने, मारपीट कर सरकारी कार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज करा तो अध्यक्ष जी भी पीछे नहीं हटे।
  • सवालियाॅ निशान यहाॅ अब पीलीभीत की माधोटांडा पुलिस पर भी है। उन्होने सत्ता की हनक में एकतरफा मुकदमा दर्ज कर लिया वहीं जब आरोपी नशे में चूर थे तो उनका मेडिकल क्यों नहीं करवाया। लेकिन एसपी पीलीभीत के आदेश पर दोनो ओर से मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एक तरफ जहाॅ जिलाध्यक्ष की तहरीर पर उनके पुत्र का जिक्र कहीं नहीं है तो वहीं वन विभाग की तहरीर में उनका पुत्र दक्ष गंगवार आरोपी है।

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