ममता के एक कदम से सुलग गया दार्जिलिंग पत्रकार भी हुआ गिरफ्तार

ममता के एक कदम से सुलग गया दार्जिलिंग पत्रकार भी हुआ गिरफ्तार


दार्जिलिंग -तनाव के बीच दार्जिलिंग सुलग रहा है । पश्चिमबंगाल में माता सरकार का जबरदस्त विरोध हो रहा है । गोरखा जनमुक्ति मोर्चा
ममता सरकार के उस कदम का विरोध कर रहा है इसमें कहा गया है कि ने सरकारी स्कूलों में बांग्ला भाषा को अनिवार्य किया जाएगा ।

जीजेएम की महिला शाखा ने पार्टी के सहायक महासचिव बिनय तमांग के आवास पर हुई छापेमारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दार्जिलिंग के उत्तर में स्थित सिंगमड़ी में रैली निकाली, जिसके बाद व्यापक हिंसा शुरू हो गई।

मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि नया नियम पहाड़ी जिलों में नहीं लागू किया जाएगा। इसके बाद भी हड़ताल आयोजित की गई है।

सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं ने अलग गोरखालैंड की मांग करते हुए हाथों में तिरंगा थामे ‘गोरखालैंड गोरखालैड’ के नारे लगाए।

महिला कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए पुलिस बेरिकेड को धक्का दिया, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।


आंदोलन कारियों ने लगाया आरोप
बिनय तमांग का आरोप है कि पुलिस और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार रात करीब तीन बजे उनके घर में भी उसी प्रकार छापेमारी और तोड़फोड़ की, जिस तरह दो दिन पहले उन्होंने पार्टी प्रमुख बिमल गुरंग के घर पर की थी।

पुलिस ने जीजेएम के विधायक अमर राय के बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया है। अमर राय का कहना है कि उनके बेटे का राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है।

पिछली रात एक स्थानीय पत्रकार विक्रम राय को गिरफ्तार कर लिया गया। राय कोलकाता के कई मीडिया संस्थानों से जुड़े हैं। वह एक टेलीविजन चैनल के लिए स्ट्रिंगर के रूप में भी काम कर चुके हैं। अगर दार्जिलिंग में स्थानीय पत्रकार तक सुरक्षित नहीं हैं तो फिर कौन सुरक्षित हो सकता है।

टीएमसी ने कहा जीजेएम समर्थकों ने किया पथराव

तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता देवराज गुरंग ने कहा कि जीजेएम समर्थकों ने लेबोंग कार्ट रोड स्थित उनके आवास पर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके।

जीजेएम समर्थकों ने कथित तौर पर पंखाबाड़ी में एक स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ता के आवास पर हमला किया और बिजोनबाड़ी में पीडब्ल्यूडी के कार्यालय में आग लगा दी। दार्जिलिंग में जारी हिंसा का पर्यटन पर भी बुरा असर पड़ा है।


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