क्या आपको पता है यह अलसी बीज है इतने काम का

क्या आपको पता है यह अलसी बीज है इतने काम का

डेस्क -अलसी जिसे फ्लैक्सीड भी कहा जाता है इसके कई सारे फायदे हैं इसको अगर रेगुलर यूज किया जाए तो कई तरह की बिमारियों से बचा जा सकता है लेकिन इसको खाते समय सावधानी भी बरतनी चाहिए क्योंकि इसमें हाई लेवल का ओमेगा ३ होता है जो ज्यादा मात्र होने पर सीने में जलन भी पैदा कर सकता है | साथ ही अलसी या कोई भी फ्लैक्सीड्स अधिक मात्रा में खाना आपको नुकसान पहुंचा सकता है। इसी तरह अलसी में मौजूद लैक्सेटिव दस्त, सीने में जलन और बदहजमी जैसी पेट की समस्याएं भी बना सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप प्रतिदिन 30 ग्राम अलसी से ज्यादा सेवन न करें।

इसके कई सारे फायदे भी हैं और अगर बहुत थोड़ी सी मात्र अलसी की ली जाए तो यह कई फायदे करती है |

  • अलसी का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इसमें ओमेगा -3 एसिड पाया जाता है, जो कि दिल के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। एक चम्मच अलसी में 1.8 ग्राम ओमेगा-3 पाया जाता है।
  • इसमें पाया जाने वाला लिगनन हार्माेन के प्रति संवेदनशील होता है।
  • अलसी के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और कोलोन कैंसर से बचाव करता है।
  • अलसी में पाया जाने वाला ओमेगा-3 जलन को कम करता है और हृदय गति को सामान्य रखने में मददगार होता है।
  • ओमेगा-3 युक्त भोजन से धमनियां सख्त नहीं होती है। साथ ही यह व्हाइट ब्लड सेल्स को ब्लड धमनियों की आंतरिक परत पर चिपका देता है।
  • अलसी में मौजूद लिगनन को लेने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।अलसी का सेवन मधुमेह के स्तर को नियंत्रित रखता है। अमेरिका में डायबिटीज से ग्रस्त लोगों पर रिसर्च भी किया गया है जिसमे दावा किया गया है की अलसी के कई सारे फायदे हैं |
  • अलसी के बीजों का दरदरा चूर्ण 15 ग्राम, मुलेठी पांच ग्राम, मिश्री 20 ग्राम, आधे नींबू के रस को उबलते हुए 300 ग्राम पानी में डालकर बर्तन को ढक दें। इस रस को तीन घंटे बाद छानकर पिएं। इससे गले व श्वास नली में जमा कफ पिघल कर बाहर निकल जाएगा।

लेकिन सतर्कता भी जरुरी

अलसी का प्रयोग करते समय इसकी मात्र पर विशेष ध्यान दिया जाए नहीं तो यह नुक्सान भी कर सकता है जिसमे एलर्जी और एसिडिटी भी हो सकती है | अलसी में मौजूद लैक्सेटिव दस्त, सीने में जलन और बदहजमी जैसी पेट की समस्याएं भी बना सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप प्रतिदिन 30 ग्राम अलसी से ज्यादा सेवन न करें। साथ ही कभी कभी जिन लोगों को चोट लग जाती है और घाव हो जाता है तो अलसी के प्रयोग से कभी कभी घाव भरने में काफी समय लग जाता है |

इसलिए अलसी का प्रयोग करें लेकिन इसका प्रयोग करते समय सतर्कता जरुर बरतें और अगर किसी तरह की कोई समस्या आती है तो तत्काल किसी चिकित्सक से सलाह लें |


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