बारिश के बदलते मौसम में घरेलु उपचारों से दूर करें वायरल फीवर
मौसम के बदलते ही लोगों के स्वास्थ्य में गड़बड़ी होना शुरू हो जाती है खासकर वायरल फीवर लोगों में तेज़ी से बढ़ता दिखाई देता है जिसकी वजह से जुखाम, खांसी, बुखार आना स्वभाविक हो जाता है. इस फीवर से बचने और निजात पाने के लिए दवाईयों के अलावा कई घरेलू उपाय भी हैं, जिससे जल्द राहत मिल जाती है। और वो उपाय ये हैं ...
1. तुलसी:
20 ताजा तुलसी के पत्तों को एक लीटर पानी में एक चम्मच लौंग पावडर डालकर तब तक उबालें जब तक कि वह सुख कर आधा न हो जाये। उसके बाद उसको छानकर हल्का ठंडा करके दो घंटा के अंतराल में पीयें। तुलसी में एन्टी बायोटीक और एन्टी बैक्टिरीअल गुण होते हैं जिसकी वजह से वायरल फीवर के लक्षणों से राहत दिलाने में बहुत मदद मिलती हैं।
2. मेथी का जल:
एक कप पानी में एक बड़ा चम्मच मेथी के दाने रात भर भिगोकर रखें। अगले दिन सुबह इसको छानकर निश्चित अंतराल में इसका सेवन करें। भीगे हुए मेथी के दाने में भी नींबू का रस और शहद के मिश्रण का सेवन करने से भी कुछ हद तक बुखार से राहत मिलता है।
3. धनिया चाय:
धनिया प्राकृतिक तरीके से वायरल फीवर से लड़ने में मदद करता है। एक गिलास पानी में एक बड़ा चम्मच धनिया के दाने डालें और उसको थोड़ा उबाल लें। उसके बाद कप में छानकर स्वाद के अनुसार थोड़ा-सा दूध और चीनी डालकर पीने से बुखार से राहत मिलता है। धनिया में फाइटोनूट्रीअन्ट और विटामिन होता है जो प्रतिरक्षी तंत्र को उन्नत करने में बहुत सहायता करता है।
4. सोया का काढ़ा:
एक कप पानी में एक बड़ा चम्मच सोआ के दाने, एक छोटा चम्मच काली मिर्च और एक छोटा चम्मच कलौंजी डालकर दस मिनट तक उबालें। उबालने के बाद एक कप में छान लें और उसमें एक चुटकी दालचीनी का पावडर डालकर अच्छी तरह से मिला लें। काढ़ा को पीने से बुखार से राहत मिलेगी। सोये में फल्वेनॉयड और मोनोटर्पीन के गुण होने के कारण यह फीवर से राहत दिलाने में मदद कर पाता है।