हिन्दू धर्म में 108 अंक शुभ क्यों माना जाता है

हिन्दू धर्म में 108 अंक शुभ क्यों माना जाता है

हिन्दू धर्म में 108 अंक शुभ क्यों मन जाता है

हमारे सनातन धर्म में 108 अंक बहुत शुभ मन जाता है .हर रीति रिवाज़ में हमारे इस अंक का बहुत मह्त्व है.इसी लिए हमारे वैदिक संतो ने "श्री 108" को संतो,अध्यात्मिक गुरुओ,अनुभूतिक ऋषियो और दिव्य आत्माओ के नाम के साथ प्रयोग किया जाता है.

desk-(पीयूष त्रिवेदी)

  • हिन्दू धर्म का जो प्राचीन ब्रह्माण्ड विज्ञानं है उससे आज का आधुनिक विज्ञानं काफी ज्यादा प्रभावित है.यहा तक कि आज का आधुनिक विज्ञानं जो कई बाते बताता है वो हमारे ऋषियों ने उपनिषद और वेदों द्वारा कई हजार साल पहले ही दे दिया था.
  • अपने विषय पर फिर लौटते हुए हम आप को कई आधुनिक हिन्दू वैदिक ज्ञान की चीजों से परिचित करना चाहेगे .सूर्य का व्यास =1,392,000किमि आधुनिक विज्ञानं है वही सूर्य और धरती के बीच की दुरी 149,597,870.691 किमि है.इन दो नंबरो का जब हम विभाजन करंगे तो हमे जो अंक मिलेगा वो होगा 109.11. इसी तरह धरती और चन्द्रमाँ कि दूरी का जब हम विभाजन करेंगे तो हमको जो अंक प्राप्त होगा वो है 108.
  • हमारे वैदिक ज्ञान के अनुसार हमारा ब्रह्माण्ड भी 108 तत्व से मिल कर बना हुआ है. केवल हिन्दू धर्म ही नहीं 108 अंक का महत्व है बल्कि सिख धर्म,जैन धर्म,बौध धर्म जो हिओंदु धर्म की एक जड़ है इन धर्मो में भी 108 अंक का बहुत महत्त्व है
  • रसायन विज्ञानं की हम जब बात करते है तो उस में पीरियाडिक टेबल भी जो आज के वैज्ञानिको ने दिया है उस में भी 108 तत्व है.आप ने ये भी देखा होगा की जितने भी माले होते है उनक मालो में भी 108 मोतियों का ही प्रयोग होते है .


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