इन बच्चो की मौत का भुगतान कौन करेगा

लखनऊ--सौरभ शुक्ल --जांच होगी , कठोर कार्यवाही होगी ,कोई बक्शा नही जायेगा , इस तरह के मुहावरे और लच्छेदार बाते आपने अक्सर नेताओ के मुह से सुना होगा लेकिन जिस तरह 33 बच्चो की मौत कल रात गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में हुयी वह बहुत ही शर्मनाक है और उसके बाद जो हुआ होगा उसको सोचने भर से ही शरीर में कपकपी आ जाती है लेकिन इसके बाद शुरू हुआ राजनैतिक नाटक जो अभी तक चालु है सरकार यह कतई मानने को तैयार नही है की मौते ऑक्सीजन की वजह से हुयी वाही इस घटना का दूसरा पहलु यह है की की मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉ कफील ने तीन ऑक्सीजन सिलेंडर अपने पैसे से मगाए जिनकी हर तरफ तारीफ हो रही है लेकिन जिन बच्चो की मौत हो गयी है उन बच्चो के माता पिता को सरकार क्या मुवावजा देकर उनके जख्मो पर मरहम लगा पायेगी ..कहा जाता है तालाब में बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है ठीक उसी तरह डी जी हेल्थ को बख्श कर सरकार ने यह साबित कर दिया की गलती किसी की भी हो लेकिन मारी छोटी मछली ही जाती है ..... अगर 64 लाख रुपये का भुगतान न होने पर 32 बच्चों की मौत होती है तो एक जान की कीमत क्या हुई ? दो लाख .फिर ये कौन कहता है कि गरीब की जान की कीमत नही होती।


Share this story