क्या सरकार और दागी पुलिस अधिकारी ने बाँध रखे हैं पुलिस के हाथ !

क्या सरकार और दागी पुलिस अधिकारी ने बाँध रखे हैं पुलिस के हाथ !

लखनऊ - यह उत्तर प्रदेश की पुलिस है यह सीआरपीसी और पुलिस मैनुअल से कम आरोपियों का रसूख देखकर काम करती है जिससे अपनी कुर्सी बची रहे | किसी की जान जाए तो जाए मरने के बाद भी पुलिस का सहारा अगर परिवारजन न्याय पाने का करें तो शायद आज बेमानी नजर आता है | गोंडा के पत्रकार मंटू तिवारी की संदिध मौत कई सवाल खड़े करती है | बहराइच पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन अब आरोपियों पर हाथ डाल कर उनसे कुछ उगलवाने में नाकाम बहराइच की पुलिस अब मृतक परिवार से ही "क्लू " मांग रही है |

आरोपियों का ऊँचा रसूख आ रहा है पुलिस के आड़े

उत्तर प्रदेश में सत्ता भले ही बदल गई है लेकिन उत्तर प्रदेश की पुलिस अपना चरित्र नहीं बदल पा रही है और मंटू तिवारी के हत्यारों में नामजद ऊँची रसूख वाले पर अभी तक हाथ नहीं डाल पाई है | अभी तक इस मामले में एक आरोपी अनुराग सिंह की गिरफ्तारी पुलिस ने बहराइच में किसी फ़िल्मी स्क्रिप्ट की तरह ही दिखाई है | नानपारा पुलिस ने मृतक मंटू का पिस्टल और स्कार्पियो बरामद भी कर लिया है लेकिन बरामदगी की जगह ही सवालों के घेरे में आ जाती है | मृतक के भाई धनञ्जय तिवारी ने आपकी खबर से बात करते हुए बताया की पुलिस ने बरामदगी के स्थान पर सवाल उठाया है | धनञ्जय तिवारी ने यह भी कहा है कि आरोपी में से एक रिंकू अवस्थी की रिश्तेदारी सरकार के रसूखदार और ऊँचे पद पर बैठे व्यक्ति से है इसलिए पुलिस इस मामले में अभी तक रिंकू अवस्थी पर हाथ नहीं डाल रही है |

दागी पुलिस अधिकारी पर उठ रहे सवाल
बहराइच की पुलिस में भी ऊँचे पद पर बैठा एक अधिकारी जो गोंडा में भी तैनात रह चुका है ऊसके ऊपर भी सवाल उठाया जा रहा है ,उस अधिकारी की कार्यशैली गोंडा में भी काफी विवादित और संदिग्ध रही है | सपा सरकार में गोंडा के मंत्री का कृपा पात्र बनकर माफियाओं को संरक्षण देने के भी आरोप इस पुलिस अधिकारी पर लगते रहे | यही नहीं शिवानन्द तिवारी मर्डर मामले में भी अंत तक कार्रवाई न होने देने का पूरा आरोप भी इस पुलिस अधिकारी पर लगता रहा है | अब यह बहरैच में उसी पद पर तैनात है जिस पद पर गोंडा में तैनात था | माफियाओं के साथ गठजोड़ इस अधिकारी का किसी से भी छुपा नहीं था और माफियाओं को संरक्षण देने के एवज में इसने गोंडा में अपने करीबी रिश्तेदार को नौकरी में "सेट" भी किया | उपजा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ जीसी श्रीवास्तव ने मंटू तिवारी काण्ड में इस पुलिस अधिकारी की संदिग्धता पर भी सवाल उठाते हुए प्रमुख सचिव गृह को पत्र भी लिखा है |
फौजदारी अधिवक्ता संघ ने भी चेतावनी
फौजदारी अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष रवि प्रकाश पाण्डेय ने भी इस मामले में तत्काल कार्रवाई किये जाने की माग की है उन्होंने कहा कि दागी पुलिस अधिकारी को तत्काल वहां से हटाकर निष्पक्ष रूप से बिना किसी दबाव के विवेचना कराइ जाए और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए |
उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन शाखा गोंडा ने भी आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की है यूनियन के अध्यक्ष कैलाश नाथ वर्मा ने बताया इस मामले में शिक्षा मित्रों के संगठन ने भी पत्रकार मंटू तिवारी के हत्यारों के गिरफ्तारी की मांग किया है और श्रमजीवी यूनियन के साथ श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया |

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