अदालत ने पूछा क्या पुरुष का रेप नहीं हो सकता

डेस्क-(पियूष त्रिवेदी)पहली नजर में बात सुनने में थोड़ी अजीब लगती है लेकिन उस शख्‍स के लिए ये एक गंभीर सवाल था, जिसे लेकर उन्‍होंने न्‍यायालय का दरवाजा खटखटा दियायह सवाल है उस शख्‍स का जिसने हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर करते हुए कहा कि यौन अपराधों से जुड़े सभी कानून और धाराएं पुरुषों के प्रति लैंगिक भेदभाव दर्शाते हैं ये कानून पुरुषों को ही स्त्रियों के प्रति ऐसे अपराधों का दोषी मानते हैं इन में पुरुषों को किसी भी प्रकार का कोई संरक्षण प्राप्‍त नहीं है यह भेदभावपूर्ण रवैया है

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