ताजमहल पर बैक फुट पर सरकार 26 को सीएम पहुंचेंगे ताज पर

ताजमहल पर बैक फुट पर सरकार 26 को सीएम पहुंचेंगे ताज पर

नई दिल्ली: ताजमहल दुनिया के अजूबों में से एक है। इसे विवादों में घसीटना ठीक नहीं है।'
ताजमहल को पहले पर्यटन के मानचित्र से दूर किया गया और उसके बाद जिस तरह से भाजपा के ही विधायक संगीत सोम द्वारा बयानबाजी करके इस मामले को तूल दिया गया वह अब भाजपा के लिए ही गले की हड्डी बनता जा रहा है । संगीत सोम के बयान से भाजपा ने दूरी बना ली है वही अब सीएम
आदित्यनाथ ताजमहल पर उठे विवाद के बीच 26 अक्टूबर को दौरे पर जाएंगे। माना जा रहा है मुख्यमंत्री इस विवाद को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं ।

वहीं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने ताजमहल को दुनिया के अजूबों में से एक बताते हुए कहा कि इस पर विवाद ठीक नहीं है।
वही मुख्यमंत्री ने भी ताजमहल को महत्वपूर्ण बताया है योगी ने कहा कि ताजमहल हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। खासतौर पर पर्यटन के नजरिए से यह ज्यादा महत्व रखता है। वहां पर्यटकों के लिए सुविधाएं और सुरक्षा मुहैया कराने की जिम्मेदारी हमारी है।

बैठे बिठाए विपक्ष को मिला मुद्दा

ताजमहल विवाद पर योगी ने कहा, 'ये महत्व नहीं रखता कि इसका किसने और किन कारणों से निर्माण कराया। यह भारतीय मजदूरों के खून और पसीने से बनाया गया है।'

पिछले महीने योगी सरकार के छह माह पूरे हाने के अवसर पर जारी बुकलेट में ताजमहल को शामिल नहीं किया था। इसकी काफी आलोचना हुई थी।

ताजमहल पर बीजेपी विधायक संगीत सोम के बयान के बाद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान और एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है।

आजम खान ने कहा, 'मैं पहले से ही इस राय पर हूं कि गुलामी की उन तमाम निशानियों को मिटा देना चाहिए, जिससे कल के शासकों की बू आती हो।'
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पर्यटन में ताज का बहुत बड़ा योगदान है और देश ही नही विदेश से लोग ताज का दीदार करने आते हैं और इससे बहुत बड़ा राजस्व मिलता है लेकिन उसकी अनदेखी करने सरकार को भारी पड़ सकता है । इसी के मद्देनजर सीएम योगी आदित्यनाथ का दौरा ताज के लिए माना जा रहा है ।

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