अयोध्या के इस सच्चाई से सामना होगा सीएम योगी आदित्यनाथ का

अयोध्या के इस सच्चाई से सामना होगा सीएम योगी आदित्यनाथ का

फैजाबाद (प्रभाष त्रिपाठी ) -अयोध्या सज चुकी है पलक पाँवड़े बिछाकर मुख्यमंत्री अदित्यनाथ सहित कई अन्य मंत्रियों के स्वागत के लिए तैयार है अयोध्या लेकिन अयोध्या के ही साधु संत आज उस सच्चाई से मुख्यमंत्री का सामना कराएंगे जो बहुत कम ही लोगों को मालूम है ।
अयोध्या की पौराणिक पहचान जो अंग्रेजों के भी जमाने मे सुरक्षित थी उस पर आजादी के बाद अपने ही लोगों ने डांका डाल दिया है और अब साधु संतों को उम्मीद है कि इस पहचान को वापस प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही वापस दिला सकते है।

शिवसेना उप प्रमुख संतोष दूबे ने बताया कि स्कन्द पुराण व रुद्रयामल तंत्र में 148 कुंडो का वर्णन है। यह कुंड अंग्रेजो के शासन काल में सुरक्षित रहे। परन्तु अब लुप्त प्राय होने के कगार पर है। योगिनी कुंड, उर्वशी कुंड, सप्तसागर, क्षीरसागर जैसे अभिलेखो को झूठे अभिलेख बनाकर अतिक्रमण कर लिया गया है। यदि अयोध्या के पौराणिक स्थलों की रक्षा होगी तभी अयोध्या का विकास व इतिहास सुरक्षित हो सकेगा। इसको आगे बढ़ाने के लिए अनशन का रास्ता चुना गया है।
अयोध्या हिंदुओं के आस्था का केंद्र है और उसको बचने के लिए जहां सरकार ने पहल की है वहीं साधु संत समाज भी अब अनुनय विनय से लेकर आंदोलन तक तैयार है ।

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