कहानी नही शुकुल बाजार पुलिस कारस्तानी है जो की हिन्दी पिक्चर से कम नही

कहानी नही शुकुल बाजार पुलिस कारस्तानी है जो की हिन्दी पिक्चर से कम नही

शिवकेश शुक्ला:अमेठी। शुकुलबाजार थाना क्षेत्र मे दबंगो द्वारा एक दलित की पिटाई लाठी डंड़े से की जाती है। पूरा गांव तमासबीन बन कर देख रहा था तभी गांव का एक नवयुवक को लगा की अगर पुलिस को सूचना न दी गयी तो कही बड़ी घटना न घटित हो जाए। उसने डायल 100 से पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुॅच कर पीडीत सहित आरोपीयो मे से दो को थाने ला कर धुलाई करती है जिसमे घायल पिडीत को भी बक्सा नही जाता है।

पूरा मामला जनपद के थाना बाजार शुकुल से दलित उत्पीड़न से जुडा है जिसमे दबंगो के साथ स्थानिय पुलिस प्रशासन भी दबंगो के साथ दिखाई पडी है। ग्राम पूरे पाण्डेय मजरे इक्काताजपुर के रूपनारायन पासी पुत्र रामअवध पासी के रास्ते को गांव के दबंग लोगो ने अवरूध कर दिया। रूपनारायन पासी जो अपने दो नाबालिक बेटियों के साथ अपने ही घर मे कैद होने की स्थित हो गयी तो घर से निकलने के लिए दलित पीड़ित ने कृष्ण कुमार यादव पुत्र प्रेमदीन उनके परिजनो से कहा कि निकलने के लिए रास्ता दे दो। इतना सुनते ही दबंगो को बुरा लगा और कृष्ण कुमार यादव पुत्र प्रेमदीन, विजय बहादुर यादव पुत्र गजाधर व रामसॉई यादव पुत्र देवदत्त ने अपने परिजनो के साथ जाति सूचक शब्दो का प्रयोग करते हुए पीडीत के दरवाजे पर बुरी तरह मारा पीटा औरे जान से मारने की धमकी दी। सूचना पर डायल 100 की गाड़ी पहुॅचकर सभी को थाने शुकुलबाजार ले आयी। यह घटना 17 अक्टूबर को रात्रि लगभग 9 बजे के आस पास की है। घटना की सूचना पुलिस अधिक्षक को देने के लिये ग्रामीणो ने फोन किया। हमेश की तरह पुलिस अधिक्षक का फोन नही उठा। इसके बाद अपर पुलिस अधिक्षक को घटना की जानकारी देनी चाही लेकिन बात नही हो सकी। दबंगो पीडित को बचाने को लेकर गांव वालो ने क्षेत्राधिकारी से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी दी।

क्षेत्राधिकारी के जानकारी होने के बाद शुकुल बाजार पुलिस का हिन्दी फिल्मो का रोल अदा करती नजर आयी। डायल 100 को सूचना होने पर मौके पर पहुॅच कर यादव परिवार से दो लोग कृष्ण कुमार और रामसॉई सहित पीड़ित को भी थाना बाजार शुकुल ले आती है और मावनता को तार-तार करते हुए पहले से चोटिल दलित की ही थाने पर मारा पीटा जाता है।क्षेत्राधिकारी के संज्ञान मे मामले की जनकारी की सूचना मिलते ही पुलिस एक हिन्दी फिल्मी स्टाइल में अपने सरकारी गाड़ी से पीडित लाकर उसके घर के सामने फेंक दिया। ग्रामीण इस पूरे मामले मे तमाशबीन बन कर मूकदर्शक की तरह देखते है। फिरहाल दलित पीड़ित न्याय के दर-दर भटक है। थाना बाजार शुक्ल से इस दलित को न्याय मिलता दिखाई नहीं दे रहा है। पीडित ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि एसओ शुकुल बाजार ने उससे कहा है कि आईपीसी की धारा 151 के तहत कार्यवाही घटना के तरन दिन बाद करने का अश्वासन दिया।

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