बहुत कुछ सफलता निर्भर करती है आपके कम्पनी के नाम पर

बहुत कुछ सफलता निर्भर करती है आपके कम्पनी के नाम पर

डेस्क -इस बात पर बहुत कम लोग ध्यान देते हैं परन्तु यदि आपकी कम्पनी का नाम आपके लिए भाग्यशाली है तो आप इसे स्वयं अनुभव करेंगे | यदि जन्मकुंडली ही सब कुछ होती तो शायद अंक ज्योतिष, मुहूर्त, गोचर, साढ़े साती आदि पर कोई विचार करने की आवश्यकता ही न रहती |

आपने जो नाम अपने बिजनेस को दिया है यदि वह आपके लिए अनुकूल है तो आपको इस बात पर गौर करने की कोई आवश्यकता ही नहीं परन्तु कुछ लोगों के आग्रह पर इस बात पर प्रकाश डालना अनिवार्य है कि किस तरह एक नाम आपके कारोबार पर प्रभाव डालता है |

आपकी कम्पनी का नाम और आपकी जन्म तारिख बहुत मायने रखती है | यदि जन्मकुंडली की दृष्टि से देखा जाए तो आपके भाग्यांक (पूरी जन्म तारिख का योग) और आपकी कम्पनी के नाम के पहले अक्षर का स्वामी ग्रह दोनों का मूल्यांकन किया जाए तो सहज ही आप जान जायेंगे कि आपका काम चलेगा या नहीं | इस बात को समझना थोडा मुश्किल होगा यदि उदाहरण न दिया जाए |

फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन को सभी जानते हैं | यदि देखा जाए तो श्री बच्चन ने एक कम्पनी शुरू की थी जिसमे उन्हें असफल होना पड़ा | उस कम्पनी का नाम नाम ABCL रखा था | इस तरह अ से शुरू होने वाले इस कम्पनी के नाम की राशी मेष और स्वामी मंगल है | अमिताभ बच्चन की जन्म तारिख थी ११ – १० – १९४२

और यदि इसका भाग्यांक निकाला जाए तो इस प्रकार से होगा |

१+१ = २

१+० = १

१+९+४+२ = १६

२+१+१६ = १९

१+९ = १०

१+०= १

अंक एक यानी सूर्य | अब सूर्य और मंगल

कुंडली में देखने पर मंगल और सूर्य दोनों आठवें भाव में एक साथ बैठे हैं | आठवां भाव हानि का है | इसलिए श्री बच्चन को यह नाम अनुकूल नहीं रहा और कुछ समय बाद यह कम्पनी बंद करनी पड़ी

बहुत कुछ सफलता निर्भर करती है आपके कम्पनी के नाम पर

इसी तरह आप अपनी कम्पनी के नाम का स्वामी ग्रह को समझ कर अपने बारे में भी सटीक अनुमान लगा सकते हैं कि आपने जो नाम अपने कारोबार के लिए चुना है वह आपके लिए कितना सही है | बहरहाल प्रतिकूल होने पर भी कुछ लोग कम्पनी का नाम बदलने से बचना चाहेंगे | इसके लिए भी उपाय संभव है | जिस तरह ऊपर दी गयी कुंडली में मंगल की खराब स्थिति की खराब स्थिति दर्शाई गयी है यदि उसका उपाय कर दिया जाय तो नुक्सान से बचा जा सकता है |

यदि आप चाहें तो उपयुक्त मुहूर्त का चुनाव करके, अंक ज्योतिष और जन्म कुंडली का विश्लेषण करने के उपरांत ऐसा नाम रखा जा सकता है जो न केवल आपको नुक्सान से बचाएगा बल्कि तरक्की की राह को और सुगम बना देगा |

पंडित दयानंद शास्त्री

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