क्या कहेंगे मोदी विरोधी ,अब डोनाल्ड ट्रंप ने की मोदी के कदम की तारीफ़

क्या कहेंगे मोदी विरोधी ,अब डोनाल्ड ट्रंप ने की मोदी के कदम की तारीफ़
नई दिल्ली -नोट बंदी और जीएसटी के बाद भारत में भले ही विपक्षी दल मोदी की आलोचना कर रहे हों लेकिन ग्लोबल स्तर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वीकार्यता बढ़ती ही जा रही है पहले इज आफ डूइंग बिजनेस में भारत की रैंकिंग 100 पर आना और अब अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भारत के शानदार विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। ट्रंप ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने भारत के लोगों को सफलतापूर्वक एक कर दिया है।यही नहीं भारत के बिजनेस करने के तरीके को चीन से काफी बेहतर बताया है और चीन द्वारा किये जा रहे बिजनेस के बारे में उसे झड़प भी लगाईं
। एक तरफ जहाँ राजनितिक विरोधी दल भारत में रोजगार के अवसर कम होते जाने की बात कह रहे हैं अभी हाल में ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन ने पीएम मोदी द्वारा अपनाये गए आर्थिक सुधारों की आलोचना की थी |
  • ट्रंप ने वियतनाम में एशिया पसिफिक इकनॉमिक कॉरपोरेशन (APEC) को संबोधित करते हुए शुक्रवार को भारत की जमकर तारीफ की। उन्होंने चीन की व्यापार नीति की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका इस मसले पर आंखें मूंदकर चुप नहीं बैठेगा।
  • राष्ट्रपति ट्रंप चीन के दौरे से आज ही वियतनाम पहुंचे हैं। अगस्त में वॉशिंगटन में पीएम मोदी और ट्रंप के बीच हुई गर्मजोशी के साथ मुलाकात के बाद यूएस राष्ट्रपति की यह टिप्पणी आई है।
  • ट्रंप ने कहा, 'भारत आजादी की 70वीं वर्षगांठ मना रहा है। वह एक अरब से ज्यादा आबादी वाला संप्रभु देश है। यह दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है।' भारत की विकासगाथा कई लोगों को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा कि विकास के कारण भारतीयों के लिए अवसर बढ़े हैं।
मध्यवर्ग के लिए विकास की संभावनाएं
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'चूंकि भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को दुनिया के लिए खोल रखा है और इस कारण उसने जबर्दस्त विकास हासिल किया है। इससे देश के मध्यवर्ग के लिए अवसरों का द्वार खुल गया है। पीएम मोदी देश के सभी लोगों को एक करने के लिए सफलतापूर्वक पूरी कोशिश कर रहे हैं।' गौरतलब है कि APEC की बैठक में जापान, रूस और दक्षिण कोरिया के नेता भी हिस्सा ले रहे हैं।
अमेरिका द्वारा किये गए तारीफ़ से भारत में उन लोगों को काफी दिक्कतें हो सकती है जो भारत के आर्थिक रूप से समृद्ध होने की बात को पचा नहीं पा रहे और नोट्बंदी और जीएसटी के विरोध के नाम पर सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं | अभी हाल में ही जीएसटी काउन्सिल ने भी जीएसटी की दरें काफी सामानों खासकर रोजमर्रा की जरूरतों पर काफी कम कर दिया है |

Share this story