चार साल के गुंडे से परेशान योगी की पुलिस

चार साल के गुंडे से परेशान योगी की पुलिस
बाराबंकी - यह उत्तर प्रदेश की पुलिस है यहाँ कहीं कहीं वर्दी का रंग बदला जा रहा है लेकिन वर्दी के कलर से ज्यादा प्रदेश के पुलिस का कल्चर बदले जाने की जरुरत है | इनकी मानसिकता ऐसी हो गई है की कब किसे अपराधी बना दे और किसकी जिंदगी बर्बाद कर दें यह कोई पता नहीं | अब नया कारनामा बाराबंकी की पुलिस ने किया है जिसमे इसने एक चार साल के मासूम को अपराधी बना दिया है | बेगुनाहों को फर्जी आरोप में फंसाकर गुनहगार बनाने में उत्तर प्रदेश पुलिस को महारथ हासिल है लेकिन पैसे के लालच और दबाव में आकर बाराबंकी पुलिस कुछ ऐसी नासमझी कर जाएगी इसकी उससे उम्मीद नहीं थी लेकिन चंद रुपयों की लालच में बाराबंकी की मोहम्मदपुर खाला थाने की पुलिस ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है ।
गुंडों और अपराधियों पर मेहरबान नज़र आने वाली बाराबंकी जिले के मोहम्मदपुर खाला थाने की पुलिस ने सूरतगंज कस्बे के निवासी एक नर्सरी के छात्र 4 साल के मासूम बालक मोहम्मद आलम को पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई करते हुए उसे गुंडा बना दिया है , यही नहीं पुलिस ने बच्चे मोहम्मद आलम से ही हस्ताक्षर कराकर गुंडा एक्ट की नोटिस भी तामील करा ली और कार्यवाही करते हुए गुंडा एक्ट की रिपोर्ट भी एसडीएम रामनगर को भेज दी ।
चार साल का बालक मोहम्मद आलम सूरतगंज कस्बे में ही निजी स्कूल में नर्सरी का छात्र है मासूम बालक के पिता शेर मोहम्मद की माने तो उसका झगड़ा संपत्ति के बंटवारे को लेकर करीब डेढ़ वर्ष पूर्व अपने भाई ईलियास से हो गया था जिसके चलते इन दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई थी इस मामले में दोनों पक्षों को शांतिभंग की कार्यवाही करते हुए पाबंद भी किया गया था , उसी समय उसके भाई इलियास ने शेर मोहम्मद को धमकी दी थी कि वह शेर मोहम्मद के पूरे घर को हवालात की हवा खिला देगा यहां तक कि उसके बच्चे को भी जेल तक पहुंचा देगा इस घटना के कुछ दिनों के बाद शेर मोहम्मद के घर में शादी होने की वजह से उसने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया लेकिन जब शेर मोहम्मद के घर शेर मोहम्मद और उसके 4 साल के पुत्र मोहम्मद आलम की नोटिस आई तो उनको सारी बातों की जानकारी हुई ।
घटना को डेढ़ महीने गुज़र जाने के बाद पेशी की तारीख आने पर पीड़ित पिता शेर मोहम्मद में SDM रामनगर को प्रार्थना पत्र देकर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की थी इसी आधार पर इन सभी लोगों पर गुंडा एक्ट लगा था , SDM रामनगर में इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से संज्ञान में लिया और इस पूरे प्रकरण की जांच के बाद मोहम्मदपुर खाला थाना पुलिस को कड़ी फटकार लगाते हुए 4 साल के बच्चे मोहम्मद आलम के ऊपर लगे गुंडा एक्ट के कार्रवाई को निरस्त करने के आदेश से फतेहपुर को दिए हैं ।
एसडीएम रामनगर के द्वारा छात्र मोहम्मद आलम पर गुंडा एक्ट की कार्यवाही के निरस्त करने के आदेश जारी होने के बाद अब पीड़ित परिवार ने राहत की सांस ली है लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर कब तक पैसे और दबाव के लालच में यूपी पुलिस फर्जी मामले में बेगुनाहों को फंसा कर अपनी पीठ थपथपाती रहेगी अगर ऐसा होता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब गुंडे माफिया और अपराधी सड़कों पर खुलेआम घूमेंगे और शरीफ और ईमानदार नागरिक जेल की सलाखों के पीछे नजर आएंगे ।
क्यों नहीं हुआ पुलिस के खिलाफ मुकदमा
पुलिस द्वारा मासूम को फर्जी रूप से फंसाए जाने पर राहत तो मिल गई है लेकिन जिस पुलिस वालों ने फर्जी काम किया उनपर कोई मुकदमा क्यों नहीं कायम किया गे यह भी अपने आप में बड़ा सवाल है | कानूनन पुलिस द्वारा फर्जी कारवाई करते हुए जो काम किया है उसमे धारा 166 आईपीसी के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए थी जो की अभी तक नहीं की गई है |

Share this story