ऑपरेशन सरस्वती -यह तो बड़ा खिलाड़ी है राम खेलावन गोण्डा का डीआईओएस

ऑपरेशन सरस्वती -यह तो बड़ा खिलाड़ी है राम खेलावन गोण्डा का डीआईओएस

मामला जिला विद्यालय निरीक्षक गोंडा के काली करतूती हरकतों का.......

विद्यालय के सत्यापन में जमकर खेला खेल, दागी विद्यालय हुए पास मानक वाले फेल

गोंडा (एच पी श्रीवास्तव) उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा को नकल माफियाओं से मुक्त कराने के लिए एक तरफ जहां योगी सरकार ने परीक्षा केंद्र निर्धारण की एेसी नीत बनाई है जिस पर ठीक से अमल होने पर गड़बड़ी करने की गुंजाइश बहुत कम हो जाती है ! लेकिन गोण्डा जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षक रामखेलावन वर्मा ने परीक्षा केंद्र निर्धारण मानकों की स्थलीय सत्यापन के नाम पर जमकर खेल खेला है और दागी विद्यालयों की गलत सूचनाएं संबंधित रिपोर्टिंग साइट पर अपलोड करा कर मोटी रकम वसूला है !
जैसे की परीक्षा केंद्रों की प्रस्तावित सूची लोगों के सामने आई है तभी से यह अधिकारी जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है !


परीक्षा केंद्र निर्धारण में इस अधिकारी ने दागी विद्यालयों में कैसे खेला खेलबोर्ड ने विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाने के लिए प्रमुख मानक साइट पर अपलोड करने के लिए उपलब्ध कराए थे
जिस पर जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा विद्यालयों द्वारा दी गई सूचनाओं के आधार स्थलीय सत्यापन कर साइट पर रिपोर्टिंग करनी थी !
जिसके अलग-अलग नम्बर थे 100 नंबर पाने वाले विद्यालयों को ही हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का परीक्षा केंद्र बनाया जाना था !
परंतु जनपद में जिला विद्यालय निरीक्षक गोंडा राम खेलावन वर्मा द्वारा अपने निजी स्वार्थ हित में मानक विहीन व दागी विद्यालयों को अपने स्थलीय सत्यापन में दाग मुक्त करते हुए बोर्ड की साइट पर गलत सूचनाएं देकर बोर्ड को गुमराह किया है ! जिससे जनपद में मानक विहीन व दागी विद्यालय भी परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं !
बताते चलें कि विगत वर्ष 2016 -- 2017 में बोर्ड की परीक्षा के दौरान पूर्व जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन द्वारा नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने की दिशा में लगभग 25 विद्यालयों पर कार्रवाई की गई थी जिनको काली सूची में डालने के लिए अनुमोदित किया गया था ! जिनमें न्यू इंडियन इंटर कॉलेज सोनबरसा, संत कबीर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परसदा , श्री राम सिंह इंटर कॉलेज चौरी चौरा, स्वर्गीय गोकर्ण नाथ इंटर कालेज खिरई खिरवा, सच्चिदानंद बाल ब्रह्मचारी इंटर कॉलेज नकही, तुलसी स्मारक इंटर कॉलेज परसपुर, रमाकांत शुक्ला स्वर्गीय संग्राम पिपरी रेहुआ, प्राणपति शुक्ला इंटर कॉलेज तेलहा, महंत श्याम बिहारी दास इंटर कॉलेज कोल्हमपुर, रमाबाई अंबेडकर बालिका इंटर कॉलेज साबरपुर, भैया हरभान दत्त इंटर कॉलेज धानेपुर , जे .पी .एस .आर. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंधियारी, डाक्टर जयदेव सिंह इंटर कॉलेज विशुनपुर बैरिया, श्याम लाल इंटर कॉलेज महादेवा, चंद्रभान दत्त इंटर स्मारक कालेज रामपुर टेगरहा, गोपाल शंकर भवानी प्रसाद इंटर कॉलेज सुधाकर नगर , गया दत्त सिंह स्मारक इंटर कॉलेज सिंहनगर, श्री राम शंकर अयोध्या प्रसाद इंटर कॉलेज लैबुड़वा , राम लाल इंटर कॉलेज भगहरिया पूरे सिसई आदि नाम काली सूची में डालने के लिए अनुमोदित किया गया था ! यही नहीं परीक्षा के दौरान कुछ विद्यालयों में पूर्व जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने स्वंय पुलिस अधीक्षक के साथ छापेमारी कर विद्यालयों में परीक्षार्थियों के द्वारा अनुचित संसाधन प्रयोग करते व फर्जी कक्ष निरीक्षकों को पकड़ा था ! जिनमें कुछ विद्यालयों के परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षकों को तत्काल प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवा कर जेल भी भेज दिया था !
सवाल यह उठता है कि जनपद में जब ऐसे विद्यालयों पर पूर्व जिला प्रशासन ने परीक्षा के दौरान गंभीर आरोप लगाए थे तो फिर वह विद्यालय जिला विद्यालय निरीक्षक राम खेलावन वर्मा के स्थलीय सत्यापन में कैसे दोषमुक्त हो गए यह सोचनीय व जांच का विषय बना हुआ है !

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