वाह रे अमेठी की पुलिस दुष्कर्म के मामले में भी मुकदमा न कर समझौता कराती है

वाह रे अमेठी की पुलिस दुष्कर्म के मामले में भी मुकदमा न कर समझौता कराती है

अमेठी (शिवकेश शुक्ल ) केन्द्र में भाजपा सरकार होने के बावजूद पीड़िता का मुकदमा न पंजीकृतकरके प्रशासन द्वारा कानून की जमकर धज्जियॉ उड़ाई जा रही है। महिलाओं के साथ होरहे उत्पीड़न में भाजपा की सरकारे विपक्षियों की सराकरों से काफी आगे नजर आ रहीहै। देश व प्रदेश में भाजपा के शासनकाल में महिलाओं के साथ अपराधिक घटनायें
ज्यादा देखने को मिल रही है जबकि भाजपा देश व प्रदेश में इन्ही मुद्दों कोलेकर सत्ता हासिल किया और लेकिन इनके शासनकाल में महिलाओं को न्याय मिलता नहीं
दिखायी पड़ रहा है अमेठी जनपद में महिलाओं के साथ उत्पीड़न की घटनायें देखी जायतो करीब आधा दर्जन घटनायें घटित हुई।

ताजा मामला थानाक्षेत्र बाजार शुक्ल से प्रकाश में आया जहॉ पर पुलिस पीडिता कामुकदमा लिखने के बजाय टालने मे लगी है। यही नही थाना क्षेत्र बाजार शुक्ल मेदुष्कर्म पीड़ित महिला की रिपोर्ट लिखने के बजाय सुलह होने के लिए दबाव बना रही
है। दुश्कर्म पीड़िता के प्रार्थनापत्र पर थाना बाजार शुक्ल पुलिस द्वारामुकदमा पंजीकृत नहीं किया जा रहा है। जिससे पीड़िता बार-बार थाने का चक्कर काटरही है।

आप को बताते चले कि पीड़िता अपने पति राधे के साथ देहरादून उत्तराखण्ड में अपने सगे चाचा के साथ एक ही मकान में रह कर जीवन यापन कर रही थी। पीड़िता का पति
देहरादून मे मजदूरी कर देहरादून में पत्नी के साथ रहता था। पीड़िता का पति शहर से कुछ दिनो के लिए गॉव आवश्यक काम से चला आया। उधर कलयुगी चचिया ससुर सन्तलाल
ने चालाकी से अपनी पत्नी को भी गॉव भेज देता है। वहीं घर में अकेली भाई की पुत्रवधू के साथ जबरदस्ती दुश्कर्म करता है। पीड़िता लोक लाज की दुहाई देती रही लेकिन पीड़िता का कलयुगी चचिया ससुर के आगे एक न चल सकी। पीड़िता बताती है कि जब पति के शहर वापस आने पर घटना की जानकारी दी। तो पति ने चचिया ससुर से पूछताछ
किया, तो चचिया ससुर ने पति के साथ गाली गालौच किया और जान से मार देने की धमकी देकर मुझे व मेरे पति को भगा दिया। जिसके बाद पीड़िता पति के साथ गॉव वापस
आ गयी।

कलयुगी चचिया ससुर सन्तलाल पीड़िता के दुष्कर्म की सिकायत से नाराजगी मे गॉव वापस आता है और पीड़िता और परिवार को परेशान करने लगा, पीड़िता थाना बाजार शुक्ल में तहरीर दे कर न्याय की गुहार की। थाना बाजार शुक्ल की पुलिस मुकदमा लिखना
जरूरी नहीं समझ रही है। जबकि पीड़िता न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। पीड़िता कोन्याय मिलता नही दिखाई पढ रहा है। अमेठी जनपद मे अधिकारियो के हस्थक्षेप के
बाद ही पीडीताओ के मुकदमे दर्ज कीए जा रहे है।

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