छोटे उद्यमियों के साथ खड़ी है प्रदेश और देश की सरकार: एमएसएमई
Oct 9, 2015, 18:30 IST
एमएसएमई कॉन्क्लेव में मेक इन यूपी की बातें चल रही हैं। इस दौरान यूपी के छोटे और बड़े उद्योग का विकास कैसे हो इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है।
कार्यक्रम में कॉन्क्लेव के प्रथम सत्र में केंद्रीय एमएसएमई सचिव डॉ. एके पुजारी और यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन कार्यक्रम में पहुंच चुके हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री कलराज मिश्र आज लखनऊ में अमर उजाला एमएसएमई कॉन्क्लेव-2015 में उद्यमियों सूबे के 54 उद्यमियों को सम्मानित करेंगे।
कार्यक्रम में उद्यमियों से मुखातिब डॉ. पुजारी ने कहा कि हमें अपने काम में क्रिएटिविटी लानी होगी। बिजनेस अब ट्रेडिशनल नहीं रहेगा इसमें बदलाव होंगे।
उन्होंने कहा कि छोटी इंडस्ट्री के पास एक्सपेरीमेंट का मौका है। उन्होंने सरकार से इनको प्रोत्साहन देने की गुजारिश भी की। कार्यक्रम के दौरान उद्यमी केंद्र और राज्य के अधिकारियों के सामने अपनी समस्याएं रख सकेंगे। डॉ. पुजारी ने कहा कि भारत सरकार छोटी इंडस्ट्री को आर्थिक सहायता दे रही है बस उनके पास विजन हो।
कार्यक्रम में मौजूद मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा, यूपी के लोगों में काम करने की चाह है। हम एमएसएमई में नई पॉलिसी ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार एमएसएमई का पोर्टल बनाएगी, इस पोर्टल में पूरी जानकारी होगी। वहां से बात करके प्रोडक्ट सीधे खरीदे जा सकेंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि उद्यमियों को नीचे के लेवल पर बड़ी प्रॉब्लम है, अधिकारियों से इस बारे में बात की जाएगी।
उद्यमियों से सीधे संवाद के दौरान वैट पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में आलोक रंजन ने कहा, हर जगह एक सा वैट नहीं लगाया जा सकता।
दूसरे सत्र में मुख्यमंत्री अखिलेश और केंद्रीय मंत्री कलराज अपनी बात रखेंगे। इसी सत्र में अपने-अपने क्षेत्र में विशिष्ट पहचान रखने वाले सूबे के 54 एमएसएमई उद्यमियों को सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम में कॉन्क्लेव के प्रथम सत्र में केंद्रीय एमएसएमई सचिव डॉ. एके पुजारी और यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन कार्यक्रम में पहुंच चुके हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री कलराज मिश्र आज लखनऊ में अमर उजाला एमएसएमई कॉन्क्लेव-2015 में उद्यमियों सूबे के 54 उद्यमियों को सम्मानित करेंगे।
कार्यक्रम में उद्यमियों से मुखातिब डॉ. पुजारी ने कहा कि हमें अपने काम में क्रिएटिविटी लानी होगी। बिजनेस अब ट्रेडिशनल नहीं रहेगा इसमें बदलाव होंगे।
उन्होंने कहा कि छोटी इंडस्ट्री के पास एक्सपेरीमेंट का मौका है। उन्होंने सरकार से इनको प्रोत्साहन देने की गुजारिश भी की। कार्यक्रम के दौरान उद्यमी केंद्र और राज्य के अधिकारियों के सामने अपनी समस्याएं रख सकेंगे। डॉ. पुजारी ने कहा कि भारत सरकार छोटी इंडस्ट्री को आर्थिक सहायता दे रही है बस उनके पास विजन हो।
कार्यक्रम में मौजूद मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा, यूपी के लोगों में काम करने की चाह है। हम एमएसएमई में नई पॉलिसी ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार एमएसएमई का पोर्टल बनाएगी, इस पोर्टल में पूरी जानकारी होगी। वहां से बात करके प्रोडक्ट सीधे खरीदे जा सकेंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि उद्यमियों को नीचे के लेवल पर बड़ी प्रॉब्लम है, अधिकारियों से इस बारे में बात की जाएगी।
उद्यमियों से सीधे संवाद के दौरान वैट पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में आलोक रंजन ने कहा, हर जगह एक सा वैट नहीं लगाया जा सकता।
दूसरे सत्र में मुख्यमंत्री अखिलेश और केंद्रीय मंत्री कलराज अपनी बात रखेंगे। इसी सत्र में अपने-अपने क्षेत्र में विशिष्ट पहचान रखने वाले सूबे के 54 एमएसएमई उद्यमियों को सम्मानित किया जाएगा।